भौतिकी के क्षेत्र में योगदान के लिए इस साल तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने लेजर फिजिक्स पर खोज के लिए अमेरिका के आर्थर एश्किन, फ्रांस के गेरार्ड मोरो और कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड के नाम का ऐलान किया। तीनों वैज्ञानिकों को 90 लाख स्वीडिश क्रोनर (करीब 7.35 करोड़ रुपए) दिए जाएंगे।
96 साल के एश्किन को ऑप्टिकल ट्वीजर्स पर रिसर्च के लिए नोबेल की आधी इनामी राशि दी जाएगी। वे पुरस्कार पाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। उन्होंने लेजर बीम के जरिए पार्टिकल्स, परमाणु, वायरस और कोशिकाओं को पकड़ने वाली तकनीक की खोज की। दो अन्य विजेताओं को बाकी बची इनामी राशि को साझा करना होगा। मोरो और स्ट्रिकलैंड को यह अवॉर्ड सबसे छोटी और तीव्र लेजर तरंगों की खोज के लिए मिला। उनकी तकनीक का इस्तेमाल आंखों की सर्जरी के लिए किया जा रहा है।