अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चालू वित्त वर्ष (2018-19) में भारत के लिए 7.3% पर बरकरार रखा है। हालांकि, अगले साल (2019-20) के लिए भारत की विकास दर 7.4% रहने की उम्मीद जताई है। आईएमएफ ने अप्रैल में 7.5% का अनुमान जारी किया था। इसके मुताबिक देश की अर्थव्यवस्था नोटबंदी और जीएसटी के असर से उबर चुकी है। इसे आर्थिक सुधारों का फायदा होगा|
आईएमएफ के मुताबिक कच्चा तेल महंगा होने और दुनिया के कई देशों की वित्तीय हालत बिगड़ने का असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। इसलिए अगले साल के लिए ग्रोथ अनुमान में कमी की गई। फिर भी भारत की विकास दर दुनिया में सबसे तेज रहेगी।
देश में इस साल महंगाई दर 3.6% रह सकती है। जबकि, अगले साल 4.7% रहने का अनुमान है। आईएमएफ का मानना है कि तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई दर में बढ़ोतरी होगी।
आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष में अमेरिका, चीन और भारत की विकास दर के अनुमान में बदलाव नहीं किया। लेकिन, अगले साल (2019-20) के लिए भारत और अमेरिका का ग्रोथ अनुमान 0.1% जबकि चीन का 0.2% घटा दिया।
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के ट्रेड वॉर से चीन की विकास दर पर असर पड़ेगा। ग्लोबल ग्रोथ रेट के अनुमान में भी अमेरिका और दूसरे देशों के बीच व्यापार विवादों की वजह से कमी की गई है।