भाजपा में प्रत्याशी चयन के लिए शुरू हुई रायशुमारी में दावेदारों के बीच खींचतान सामने आने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री व दस बार के विधायक बाबूलाल गौर की गोविंदपुरा (भोपाल) सीट पर दावेदारी को लेकर अलग-अलग गुट के समर्थक उलझ गए। गौर समर्थक बारेलाल अहिरवार और महापौर आलोक शर्मा के समर्थक प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संतोष व्यास के बीच आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग हुआ।
कुछ देर के विवाद के बाद मामला शांत हुआ। इसी बीच सभी सीटों के नाम लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल रवाना हो गए।
रायशुमारी के लिए गए नेताओं को भोपाल समेत मप्र की कई सीटों पर सीधी अनबन भी देखने को मिली। ग्वालियर में सांसद अनूप मिश्रा और स्थानीय कद्दावर नेता सतीश सिकरवार के बीच जमकर दावेदारी दिखाई दी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हर सीट पर सिंगल नाम से लेकर 14 तक दावेदारों के नाम सामने आए हैं। गुरुवार को रायशुमारी का अंतिम दिन है।
इसके बाद पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुनावत और प्रदेश कार्यालय मंत्री इन नामों को सूची बद्ध करके प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत को सौंपेंगे। बताया जा रहा है कि इसके बाद मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश नेतृत्व प्रत्याशी चयन की कवायद तेज करेगा।
बुरहानपुर में रायशुमारी के बीच मुख्यमंत्री जनकल्याण प्रकोष्ठ के जिला संयोजक जगदीश कपूर पहुंचे और भड़कते हुए उन्होंने कहा- रायशुमारी में वरिष्ठों को पूछा ही नहीं जा रहा। ये सुनते ही पूर्व विधायक रामदास शिवहरे उनके पास पहुंचे और उन्हें चुप कराया। वहीं गौर ने दावेदारों की सूची में अपनी बहू कृष्णा गौर का नाम सबसे ऊपर रखा है।