नई दिल्ली: लाल किले की लव-कुश रामलीला में शुक्रवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। पीएम मोदी ने राम-लक्ष्मण के दर्शन करने के बाद प्रतीकात्मक तीर छोड़कर रावण दहन किया। लाल किले के सामने स्थित रामलीला मैदान में रावण दहन की परंपरा 1924 से चली आ रही है, लेकिन लव-कुश रामलीला की शुरुआत 1988 में हुई थी। इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी शामिल हुए थे।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा- अनुशासित जीवन शैली समाज में हम सबको अपनी जिम्मेदारियों का बोध कराती है। रामकथा में ऐसी ही प्रासंगिकता मिलती है। हमें राम के जीवन से मिली शिक्षा को लेकर जीवन में आगे बढ़ना है। हम इस पावन पर्व पर लोभ, हिंसा जैसी बुराइयों को रावण के पुतले के साथ जलाएं। पर्यावरण और समाज के लिए अपनी जिम्मेदारियों को समझें।