सऊदी अरब ने दो सप्ताह से ज्यादा समय बाद शनिवार को स्वीकार किया कि उसके आलोचक रहे जमाल ख़ाशोज्जी की इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी गई|
ख़ाशोज्जी की गुमशुदगी ने उसे अब तक के सबसे खराब अंतरराष्ट्रीय संकट में डाल दिया था. सऊदी अरब ने उप खुफिया प्रमुख अहमद अल-असिरी और शाही अदालत के मीडिया सलाहकार सौद अल-काहतानी को बर्खास्त कर दिया| ये दोनों, शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के शीर्ष सहायक थे जो ख़ाशोज्जी के मामले में बढ़ते दबाव का सामना कर रहे थे|
सरकारी टीवी ने शुरुआती जांच के हवाले से बताया है कि ख़ाशोज्जी की तुर्की के इंस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्यिक दूतावास में एक संघर्ष के बाद मौत हो गई|
सरकारी टीवी ने जानकारी दी है कि इस मामले में जारी जांच के दौरान सऊदी अरब के 18 नागरिकों को हिरासत में लिया गया है| ये पहला मौक़ा है जब सऊदी अरब की सरकार ने माना है कि पत्रकार जमाल ख़ाशोज्जी दूतावास में मारे गए हैं|