सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर क्यों केंद्र सरकार सबरीमाला मामले में तीन तलाक जैसा ही व्यवहार नहीं कर रही है| उन्होंने कहा कि तीन तलाक मामले में तो केंद्र सरकार अध्यादेश लेकर आई लेकिन सबरीमाला मामले में सरकार ऐसा नहीं कर रही है|
अध्यादेश लाते वक्त सरकार की दलील थी कि संविधान की नज़र में महिला और पुरुष बराबर हैं और तीन तलाक महिलाओं और पुरुषों के साथ बराबरी का व्यवहार नहीं करता है| सीपीएम नेता ने कहा कि माथे पर भगवा रंग की पट्टी पहने हुए लोगों ने महिला पत्रकारों के साथ बुरा बर्ताव किया. ये बिल्कुल वैसी ही स्थिति है जैसी बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के समय दिखती थी|