दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को भेजा गया ‘मोदी जैकेट’ नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पसंद नहीं आया है। उमर ने कहा है कि अभी तक वह इसे ‘नेहरू जैकेट’ के नाम से जानते थे। उमर ने पूछा है कि जैकेट का नाम बदले बिना इसे नहीं भेजा जा सकता था? एनसी नेता ने कहा है कि ऐसा लगता है कि 2014 से पहले भारत में कुछ भी नहीं था।
दरअसल, मून जे-इन ‘मोदी जैकेट’ भेजने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने जैकेट पहने हुए अपनी तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है कि ये जैकेट उनको सही आ रहे हैं।’ बता दें कि मून अपनी पत्नी के साथ जुलाई 2018 में भारत आए थे और वह प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर भी गए थे।
राष्ट्रपति ने लिखा, यह मोदी जैकेट है। दक्षिण कोरिया में भी इसे आसानी से पहना जा सके, इसलिए एक पारंपरिक भारतीय केंद्र से इसमें थोड़ा फेरबदल कराया गया है। अपने भारत दौरे के समय मैंने पीएम मोदी से कहा था कि वह इस जैकेट में बहुत फबते हैं। इसके बाद उन्होंने ठीक मेरी साइज के कुछ जैकेट भेज दिए।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने सियोल पीस प्राइज के लिए चुनाव होने पर पीएम मोदी को बधाई भी दी है। भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के विकास में योगदान के लिए पीएम मोदी को इस साल का सियोल पीस प्राइज से सम्मानित किया जाएगा।