प्रतिदिन:
कई सारे लोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को इनपुट देने वाले महारथी के नाम जानना चाहते हैं | गलत इनपुट के कारण राहुल गाँधी से दिन-ब-दिन गलतियाँ हो रही है | कांग्रेस में “बॉस इस आलवेज़ राइट” की तर्ज़ पर कोई इसका विश्लेष्ण नहीं करता और शायद राहुल गाँधी के पास आत्ममंथन का समय नहीं है | मध्यप्रदेश के २ दिन के दौरे में में वे दो गलतियाँ कर बैठे | एक में खेद व्यक्त करने के बाद भी मुकदमे दायर हो गया तो दूसरी गलती तो सामान्य ज्ञान की है | इनपुट टीम की गलती से न केवल राहुल गाँधी “कन्फ्य्युजन” में कई बार ऐसा भी कह जाते हैं, जो एक राष्ट्रीय दल के प्रमुख की गरिमा के अनुकूल नहीं है | उन्हें यह समझना चाहिए कि वे किसी दल के प्रवक्ता नहीं है, उससे बहुत ऊपर हैं | वैसे इस वक्त अन्य दलों के ऊपर बड़े पदों पर आसीन लोग भी छोटी बातें करते हैं | देश में बढती यह प्रवृत्ति घातक है |
कल की ही बात है | राहुल गाँधी खरगौन में थे |एक चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को लाल किले की प्राचीर पर पहुंचा दिया| राहुल गाँधी ने कहा, “देश का राष्ट्रपति जाता है…लाल किले पर खड़ा होता है और देश को कहता है…भाइयों एवं बहनों, मेरे आने से पहले, मेरे प्रधानमंत्री बनने से पहले…आपके माता-पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची सब सो रहे थे|”उन्हें इनपुट गलत मिला या वे यह जानते नहीं कि भारत की परंपरा के मुताबिक १५ अगस्त को देश के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराते हैं और वहां से देश को संबोधित करते हैं| दरअसल इन दिनों वे नरेंद्र मोदी पर सियासी तीर छोड़ने का कोई मौका गंवाना नहीं चाहते | इन गलतियों को सुधारने की जगह उनके दरबारी वाह-वाह करने लगते हैं | जिसके कारण उनका व्यक्तित्व गम्भीर राजनेता का न बनकर कुछ और संज्ञा पा जाता है |
इससे पहले, सोमवार को राहुल गांधी ने प्रदेश के झाबुआ में प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला किया था| इसके तथ्य गलत थे | राहुल गाँधी ने शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स से जोड़ दिया था| राहुल ने कहा था कि “पनामा पेपर्स में नाम आने पर पाकिस्तान में नवाज शरीफ पर कार्रवाई होती है लेकिन यहां चीफ मिनिस्टर के बेटे का नाम पनामा पेपर्स में आता है तो कोई एक्शन नहीं लिया जाता| महाकुंभ, ई टेंडरिंग और व्यापमं में मामाजी पैसा बनाते हैं.” राहुल गाँधी के इस बयान पर शिवराज सिंह चौहान और उनके बेटे कार्तिकेय भड़क उठे और कार्तिकेय ने राहुल पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया |
हालांकि राहुल गाँधी ने को गलती को माना | एहसास हुआ और अपने बयान को कन्फ्यूजन करार दिया| इंदौर में राहुल गाँधी ने कहा कि बीजेपी में इतना भ्रष्टाचार है कि वह कन्फ्यूज हो गए थे| राहुल के मुताबिक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने पनामा नहीं किया, बल्कि उन्होंने ई-टेंडरिंग और व्यापमं स्कैम किया है| उन्होंने कहा कि वे छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह के बेटे की वजह से कन्फ्यूज हुए थे |राहुल गाँधी के यू-टर्न पर शिवराज ने पलटवार करते हुए कहा, ‘अगर कोई जूनियर नेता ऐसा आरोप लगाता तब बात अलग होती लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खुद इस तरह के आरोप लगा रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हम मानहानि का मुकदमा दर्ज कराएंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हालांकि अगर वह (राहुल) माफी मांगते हैं तो इस पर विचार करूंगा।’
वरिष्ठता के क्रम में राहुल गाँधी से भी ज्यादा अनुभवी नेता अन्य राष्ट्रीय दलों में भी हैं | वे भी ऐसी तथ्यगत गलतियाँ करते हैं| इसमें सुधार आना चाहिए, यह फैशन बनता जा रहा है, जो सबके लिए गलत है |