श्रीलंका में राजनीतिक संकट के बीच राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने संसद भंग करने का आदेश जारी कर दिया है| इसके लिए आधिकारिक अधिसूचना जारी हो चुकी है जो शुक्रवार मध्यरात्रि से लागू हो जाएगी| अगर यह हो जाता है तो अगले साल की शुरुआत में चुनाव हो सकते हैं|
हालांकि, यह इतना भी आसान नहीं होगा क्योंकि इसको सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है| प्रधानमंत्री पद से बर्ख़ास्त किए गए रानिल विक्रमासिंघे की पार्टी यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) ने कहा है कि राष्ट्रपति के पास ऐसे फ़ैसले लेने की शक्ति नहीं है| पिछले महीने राष्ट्रपति सिरिसेना ने पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को नया प्रधानमंत्री बना दिया था जबकि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमासिंघे और उनके मंत्रिमंडल को बर्ख़ास्त कर दिया था|