उत्तेर प्रदेश/अयोध्या:
उत्तेर प्रदेश की अयोध्या में इस वक्त एक तनाव पसरा हुआ है. इस कारण शहर को एक आभासी किले में तब्दील कर दिया गया है. शिवेसना और वीएचपी के सदस्य, 2019 के चुनाव से पहले केंद्र सरकार पर राम मंदिर पर फैसला लेने के लिए दबाव डालने की कोशिश में है. अयोध्या में दो बड़ी सभा होने जा रही हैं|
महाराष्ट्र से शिवसेना के कार्यकर्ताओं का जत्था पहले ट्रेन से अयोध्या के लिए रवाना हुआ. फिर कई लोग शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के नेतृत्व में हवाई रास्ते से भी अयोध्या पहुंचे.
कहा जा रहा है कि 25 नवंबर की धर्म संसद में आरएसएस और शिवसैनिक भी शामिल होंगे. शहर में बढ़ती सक्रियता को लेकर शहर में तनाव का माहौल है. हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने का दावा किया है. अयोध्या और फैजाबाद में धारा 144 तक लागू कर दी गई है. पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. 70 हजार जवान तैनात करने के साथ ही ड्रोन भी नजर रख रहे हैं.
सिर्फ शिवसैनिक ही नहीं बल्कि साधु संतों का जमावड़ा भी अयोध्या में बढ़ता जा रहा है. ज्यादातर साधु भी एक सुर से राम मंदिर निर्माण की वकालत करते हुए राम नगरी में पहुंच रहे हैं.