नई दिल्ली: 13 दिसंबर 2001 को संसद भवन पर आज ही के दिन 17 साल पहले आतंकी हमला हुआ था। हमले में शहीद नौ लोगों को संसद भवन परिसर में श्रद्धांजलि दी गई जहां उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे ।इस दौरान केंद्रीय मंत्रियों सहित विभिन्न दलों के सांसदों एवं नेताओं ने भी वहां शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। समारोह के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ,यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शहीदों को नमन किया । संसद भवन परिसर में आयोजित समारोह के दौरान सुरक्षबलों के दस्ते ने शहीदों को सलामी दी। गृहमंत्री ने शहीदों के योगदान को याद किया।
Paid homage to the martyrs of the 2001 Parliament attack.
India will never forget their bravery. These great people lived and lost their lives for the nation. pic.twitter.com/yGTSkn4IaB
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2018
देश की राजधानी के बेहद महफूज माने जाने वाले इलाके में शान से खड़ी संसद भवन की इमारत में घुसने के लिए आतंकवादियों ने सफेद रंग की एम्बेसडर का इस्तेमाल किया और सुरक्षाकर्मियों को धोखा देकर संसद परिसर में घुसने में कामयाब रहे, लेकिन उनके कदम लोकतंत्र के मंदिर को अपवित्र कर पाते उससे पहले ही सुरक्षा बलों ने उन्हें ढेर कर दिया। आतंकी हमले में दिल्ली पुलिस के पांच कर्मचारी, संसदीय सुरक्षा बल के दो कर्मी, सीआरपीएफ की एक महिला कर्मी तथा संसद भवन में काम करने वाले एक माली सहित कुल नौ लोगों की जान गई थी। उसके बाद से संसद की सुरक्षा में काफी बदलाव किए गए । इस घटना के बाद आतंकवाद के इस अभिशाप से निपटने के लिए देश से नए सिरे से प्रयास करने का संकल्प लिया । आज जरुरत है कि हम अपनी मातृभूमि की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए अपनी बचनबद्धता पूरी दृढ़ता से फिर व्यक्त करें।