मध्यप्रदेश/भोपाल: मंत्रालय के सामने वाले पार्क में हर महीने की पहली तारीख को होने वाले वंदेमातरम् गायन पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रोक लगा दी है। उनके इस आदेश के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वल्लभ भवन के सामने उसी जगह वंदे मातरम् गाया जहां हर महीने होता था। इसके बाद जमकर नारेबाजी की।
शिवराज सिंह सरकार ने निर्देश जारी किया था कि हर महीने की पहली तारीख को सभी कर्मचारी वंदेमातरम् का गायन करेंगे। उनका तर्क था कि इससे कर्मचारियों में देशभक्ति की भावना पैदा होगी। सरकार बदलने के बाद अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वंदेमातरम् गायन में 3000 में से सिर्फ 300 कर्मचारी ही पहुंचते हैं। इस पर कमलनाथ ने कहा कि जो लोग वंदेमातरम् नहीं गाते क्या वह देशभक्त नहीं है। यह किसी एजेंडे के तहत लिया गया निर्णय है। इसे खत्म किया जाए।
मैं और @BJP4MP के समस्त विधायक विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी, 2019 को प्रातः 10:00 बजे वल्लभ भवन के प्रांगण में वंदे मातरम् का गान करेंगे। इस मुहिम से जुड़ने हेतु आप सभी का स्वागत है। https://t.co/5h6W16NJSZ
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 2, 2019
कमलनाथ के निर्देश के बाद एक जनवरी को वल्लभ भवन के बाहर वंदेमातरम् गायन नहीं हुआ। इस पर भाजपा कार्यकर्ता नाराज हो गए और बुधवार सुबह 11 बजे वल्लभ भवन पहुंचकर वंदेमातरम का गायन किया। पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सालों से चली आ रही परंपरा को बंद करना प्रदेश का दुर्भाग्य है। शिवराज सिंह ने भी ट्वीट करके अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- अगर सरकार इस परंपरा को फिर से शुरू नहीं करती तो 7 जनवरी को वह वल्लभ भवन के सामने जाकर वंदेमातरम् का गायन करेंगे।