केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राजनेताओं को चेताया है कि वे लोगों को वही सपने दिखाएं जो आप पूरा कर सकें. उन्होंने कहा कि जनता को सपने दिखाने वाले पसंद हैं मगर सपने पूरे नहीं हुए तो लोग पिटाई करते हैं. इसलिए वहीं सपने दिखाए जिन्हें आप पूरा कर सकें. गडकरी ने कहा, “मैं सपने दिखाने वाला मंत्री नहीं, मैं जो कहता हूं वह करता हूं.”
N Gadkari: Sapne dikhane waale neta logon ko acche lagte hain,par dikhaye hue sapne agar pure nahi kiye to janta unki pitayi bhi karti hai.Isliye sapne wahi dikhao jo pure ho sakein….Mai sapne dikhane waale mein se nahi hu.Mai jo bolta hu wo 100% danke ki chot par pura hota hai pic.twitter.com/SRISZyCffS
— ANI (@ANI) January 27, 2019
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष गडकरी ने महाराष्ट्र में लोक निर्माण विभाग मंत्री रहने के दौरान अपने कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं, जब राज्य में 1995 से 99 तक शिवसेना-भाजपा की सरकार थी.
नागपुर के 61 वर्षीय सांसद ने कहा, “मुंबई में मीडिया वाले जानते हैं कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं. उन्होंने देखा है कि मैं कैसे परियोजनाओं को पूरा करता हूं. वे मुझ पर भरोसा करते हैं.”
इसी समारोह में अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर भाजपा में शामिल हुईं. उन्हें पार्टी की महिला परिवहन शाखा का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है.
गडकरीका यह बयान उसी कड़ी का एक हिस्सा है जिसमें उन्होंने पहले कहा था कि 2014 के आम चुनावों में बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए कई वादे कर दिए थे. हालांकि अभी उन वादों की याद दिलाए जाने पर हम लोग हंसते हुए आगे बढ़ जाते हैं. उनके इस बयान पर कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
दिसंबर 2018 में पांच राज्यों के नतीजों के बाद गडकरी ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी. गडकरी ने कहा था, “सफलता के कई पिता होते हैं, लेकिन असफलता अनाथ होती है. जहां सफलता है वहां श्रेय लेने वालों की होड़ लगी होती है, लेकिन हार में हर कोई एक दूसरे पर उंगली उठाने लगता है.” इस पर भी विवाद हुआ था.
केंद्रीय मंत्री ने अपनी सफाई में कहा था कि “अगर मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं और मेरे सांसद-विधायक अच्छा काम नहीं कर रहे हैं तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? मैं.”
वहीं हाल ही में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने वचन देते हुए कहा “1.3 साल के अंदर यमुना का पानी इतना शुद्ध होगा कि आप जाकर ग्लास में डालकर वो पानी पी सकोगे, इतना अच्छा बनेगा, ऐसा वचन मैं आपको देता हूं.”