कोलकाता: शारदा चिटफंड घोटाले की जांच को लेकर केंद्र और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार आमने-सामने आ गई हैं। रविवार शाम कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से घोटाले की जांच को लेकर पूछताछ करने पहुंची सीबीआई टीम के पांच अफसरों को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब घोटाले की जांच में अड़ंगा डालने के खिलाफ सीबीआई सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
सीबीआई के अंतरिम प्रमुख एम नागेश्वर राव ने बताया कि जांच एजेंसी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाएगी। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सीबीआई सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक ही इस पोंजी स्कैम की जांच में जुटी है।
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee sitting on her ‘Save the Constitution’ dharna at Metro Channel, Kolkata. Kolkata Police Commissioner Rajeev Kumar is also present. pic.twitter.com/nB6ASQIYFp
— ANI (@ANI) February 3, 2019
ममता शनिवार रात से धरने पर बैठीं
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी रविवार को ममता के समर्थन में आवाज उठाते हुए इस मामले में पूरे विपक्ष के एक साथ होने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक फासीवादी ताकतें हारती नहीं, तब तक हम साथ हैं। हालांकि, सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी ने महागठबंधन पार्टियों की लाइन से हटते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार का घोटाला बहुत पहले ही जनता के सामने आ चुका था, लेकिन मोदी सरकार चुप रही, क्योंकि इसके मास्टरमाइंड ने ही भाजपा ज्वाइन कर ली। तृणमूल सरकार भी अब धरने के जरिए नाटक कर रही है।
ममता के धरने पर बैठने के साथ ही तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्य में प्रदर्शन किए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ममता को समर्थन का ऐलान किया है। कांग्रेस ने अपने सभी लोकसभा सदस्यों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। उधर, भाजपा भी इस मामले पर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। पार्टी चुनाव आयुक्त से भी मुलाकात करेगी।
Rahul Gandhi, Omar Abdullah, Akhilesh Yadav, Tejashwi Yadav, Chandrababu Naidu, Mayawati, Sharad Pawar, and Arvind Kejriwal spoke to Mamata Banerjee over phone and expressed solidarity. pic.twitter.com/QYm6TDsa1d
— ANI (@ANI) February 3, 2019
भाजपा चोर पार्टी है, हम नहीं- ममता
- ममता बनर्जी ने कहा, ”देश नरेंद्र मोदी से परेशान हो चुका है। आज इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं। हमारा धैर्य जवाब दे रहा है। केंद्र सरकार सीबीआई पर कार्रवाई का दवाब डाल रही है। मोदी ने सीबीआई से कहा है कि कुछ तो करो।”
- “भाजपा चोर पार्टी है हम नहीं। कोलकाता में हमारी रैली के बाद मोदी और अमित शाह हमारे पीछे पड़ गए हैं। भाजपा की एक्सपायरी डेट करीब है।”
- ”पुलिस कमिश्नर के घर पर छापेमारी अजीत डोभाल के इशारे पर की गई। राजीव कुमार दुनिया के बेहतरीन पुलिस अफसर हैं। चिटफंड घोटाले में हमने जांच की, गिरफ्तारियां भी हुईं। सीबीआई टीम बिना वारंट के पुलिस कमिश्नर के घर पहुंची थी।”
- ”मेरा काम सबको सुरक्षा देना है। मोदी के खिलाफ हमें एक होना है। मोदी को हटाकर देश बचाओ। आज देश के संघीय ढांचे और संविधान पर हमला किया जा रहा है। मैं लोकतंत्र को बचाने के लिए धरने पर बैठूंगी। कल विधानसभा में बजट भी पेश नहीं करूंगी।”
सीबीआई के अंतरिम चीफ ने कहा- राजीव कुमार के खिलाफ सबूत
सीबीआई के अंतरिम चीफ एम नागेश्वर राव ने कहा- राजीव कुमार के खिलाफ सबूत थे कि न्याय को प्रभावित करने और सबूतों को नष्ट करने में उनका रोल था। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर घोटाले की जांच कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के पहले राजीव कुमार की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था। पुलिस ने सभी साक्ष्यों का चार्ज अपने पास ले लिया, सभी दस्तावेज सीज कर दिए। वे लोग हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे थे। हमें दस्तावेज देने में भी सहयोग नहीं किया गया। बहुत सारे साक्ष्य नष्ट कर दिए गए, या फिर गायब हो गए।
सीबीई सूत्रों ने बताया- पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से घोटाले के संबंध में पूछताछ करना जरूरी है। उनसे घोटाले की जांच के दौरान गायब हुए दस्तावेजों और फाइलों के संंबंध में सवाल किए जाने हैं। नोटिस भेजे जाने के बावजूद वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए।
सीक्रेट मिशन पर आए थे सीबीआई अफसर- पुलिस
सीबीआई के संयुक्त सचिव पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि एजेंसी के अफसर कोलकाता पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने के लिए उनके घर गए थे। और, अगर वे इस जांच में हमारा सहयोग नहीं करते तो हम उन्हें घेरे में ले लेते। मुझे भी हिरासत में लिया गया था। मेरे घर के बाहर पुलिस अफसर खड़े थे।
कोलकाता के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि सीबीआई अफसरों को पुलिस स्टेशन में पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। उन्होंने केवल इतना बताया कि वे एक गोपनीय अभियान पर आए थे। हम नहीं जानते थे कि यह किस तरह का ऑपरेशन है।
घोटाले की जांच के लिए बनी एसआईटी के प्रमुख थे कुमार
शारदा घोटाले की जांच के लिए 2013 में एसआईटी बनाई गई थी। इसका नेतृत्व 1989 बैच के आईपीएस राजीव कुमार कर रहे थे। 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को दिया था। इसके बाद राजीव कुमार को जनवरी 2016 में कोलकाता पुलिस का मुखिया बनाया गया था।
गायब होने की खबरों पर पुलिस ने दी थी सफाई
सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार ने चुनावी तैयारियों के लिए हुई आयोग के अधिकारियों की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया। उनके गायब होने की भी खबरें आईं। इस पर कोलकाता पुलिस ने कहा कि राजीव कुमार ना केवल शहर में मौजूद हैं, बल्कि वह लगातार दफ्तर भी जा रहे हैं।
ममता ने कहा था- कुमार की ईमानदारी पर संदेह नहीं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विश्व में सबसे अच्छे हैं। उनकी बहादुरी और ईमानदारी पर संदेह नहीं किया जा सकता है। वह दिन में 24 घंटे काम कर रहे थे। केंद्र सरकार बदले की राजनीति के चलते एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है।
बंगाल में लोकतंत्र खत्म- भाजपा
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- प. बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो गया है। सीबीआई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच के लिए पहुंची थी, लेकिन उन्होंने इसकी इजाजत नहीं दी। सीबीआई अफसरों को हिरासत में लिया गया। आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
GVL Narasimha Rao: CBI is working as per directions of SC, no state govt has the power to obstruct or detain them. It’s unconstitutional&undemocratic…We hope SC gives a direction to WB govt, keeping this incident in view otherwise no agency will be able to work in this country. https://t.co/VYPz9pXGR4
— ANI (@ANI) February 3, 2019
2460 करोड़ का शारदा चिटफंड घोटाला
शारदा ग्रुप से जुड़े पश्चिम बंगाल के कथित चिटफंड घोटाले के 2,460 करोड़ रुपए तक का होने का अनुमान है। पश्चिम बंगाल पुलिस और ईडी की जांच रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि 80 पर्सेंट जमाकर्ताओं के पैसे का भुगतान किया जाना बाकी है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, शारदा ग्रुप की चार कंपनियों का इस्तेमाल तीन स्कीमों के जरिए पैसा इधर-उधर करने में किया गया। ये तीन स्कीम थीं- फिक्स्ड डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट और मंथली इनकम डिपॉजिट।