नई दिल्ली: पीएम ने तमाम योजनाओं के जरिए सरकार की साढे चार साल की उपलब्धियों को गिनाया तो तमाम मसलों पर विपक्ष के झूठे प्रचार की भी पोल खोली। पीएम ने भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार का संकल्प फिर जताया तो किसानों के कल्याण को सरकार की प्राथमिकता बताया। विपक्ष के महागठबंधन पर भी पीएम ने चुटकी ली और कहा जनता इनको खारिज कर देगी।
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में हुई चर्चा के जवाब के दौरान गुरुवार को प्रधानमंत्री ने खुलकर तमाम मसलों पर सरकार का पक्ष रखा। प्रधानमंत्री ने न केवल अपनी सरकार की उपलब्धियां बतायी बल्कि देश के सामने ये तस्वीर भी सामने रखी कि कैसे एनडीए सरकार ने देश को निराशा की गर्त से निकालकर विकास के रास्ते न्यू इंडिया की ओर बढा दिया। पीएम ने राफेल पर विपक्ष खासकर कांग्रेस को सीधे निशाने पर लिया और कहा कि कांग्रेस भारतीय वायुसेना को मजबूत नहीं करना चाहती।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक देश में कोई भी रक्षा सौदा बिना दलाली के नहीं हुआ और जब पारदर्शी तरीके से काम हो रहा है तो वो बौखला गए हैं। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि वो कांग्रेस की बेचैनी समझते हैं।
संस्थानों को बरबाद करने के आरोप पर पीएम ने कहा कि उल्टा चोर चौकीदार को डांटे।
विपक्ष की ओर से चुनाव आयोग और ईवीएम की आलोचना पर भी पीएम विरोधियों पर जमकर बरसे।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के 55 साल और अपनी 55 महीने की सरकार के कामों की तुलना करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 55 साल में केवल 12 करोड़ गैस कनेक्शन दिए जबकि उनकी सरकार ने 55 महीने में 13 करोड़ कनेक्शन दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 55 साल में केवल 50 फीसदी लोगों के बैंक खाते किए जबकि उनकी सरकार ने 55 महीने में शत प्रतिशत लोगों को बैंक खाते दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने 55 महीने में देश के हर गांव में बिजली पहुंचा दी है और जल्द ही हर घर में पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 55 महीने एक करोड़ 30 लाख घर बनवाए हैं।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष के महागठबंधन पर भी हमला बोला और उसे महामिलावट करार दिया।
आर्थिक अपराध करके विदेश भागे लोगों पर भी पीएम ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि ऐसे लोग आज रो रहे हैं और उनकी सरकार ऐसे अपराधों पर कडे कानून बना रही है । सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों ने सेना को पर्याप्त साजो सामान नहीं दिया जबकि एनडीए ने जवानों को हर सुविधा दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ईमानदारी से काम कर रही है और उनके लिए दल से बड़ा देश है।