देश में बोरवेल में मासूमों के गिरने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं. महाराष्ट्र के पुणे में बोरवेल में 6 साल का बच्चा गिर गया था जिसे 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में बाहर निकाल लिया गया है. बुधवार को पुणे की मंचर तहसील के अंबेगांव में 6 साल का एक बच्चा 200 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था. वह लगभग 10 फीट की गहराई पर फंसा गया था. मासूम खेलते-खेलते बोरवेल में गिरा था.
इस बच्चे को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम 18 घंटों से जुटी थी. डॉक्टर भी वहां मौके पर पहुंच गए थे जो लगातार बच्चे की नब्ज और हार्टबीट पर नजर रखे हुए थे. बोरवेल में रस्सी डाल दी गई थी जो बच्चे ने अपने हाथ में बांध ली थी. बच्चे को बोरवेल से निकालने के लिए तेजी से उसके किनारे एक गड्ढा खोदा गया. उससे पहले बोरवेल में रस्सी डाल दी गई थी जो बच्चे ने अपने हाथ में बांध ली थी. इस रस्सी की वजह से बच्चा 10 फीट पर ही अटका रहा. वह नीचे नहीं जा पाया. बच्चे को जैसे ही एनडीआरएफ की टीम ने देखा तो उनकी जान में जान आई. मासूम को बोरवेल से सावधानी से निकाला गया.
18 घंटे तक बोरवेल में गिरे होने के बावजूद बच्चे ने हार नहीं मानी थी. बाहर आते ही वह रोते हुए अपने मां-बाप के पास जाने के लिए मचलने लगा. जैसे ही बच्चे को बाहर बोरवेल में निकाला से गया, पूरे गांव में हर्ष की लहर दौड़ गई. सभी लोग एनडीआरएफ की टीम को बधाई दे रहे थे. वहीं, एनडीआरएफ की टीम भी खुश थी कि रेस्क्यू सफलता पूर्वक कर लिया गया था.