श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रविवार को सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ तुरीगाम इलाके में हुई। इस दौरान पुलिस के डीएसपी अमन ठाकुर (30 साल) और सेना का एक जवान शहीद हो गए। सेना के एक मेजर समेत दो जवान जख्मी हैं। आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है। 14 फरवरी को पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद घाटी में जैश के कई आतंकी मारे जा चुके हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में करीब तीन आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया। डीएसपी ठाकुर इसे लीड कर रहे थे, मुठभेड़ के दौरान उनकी गर्दन में गोली लगी। ठाकुर ने अस्पताल में दम तोड़ा। मुठभेड़ में एक मेजर और दो जवान भी जख्मी हुए थे। इसमें से एक हवलदार सोमबीर की अस्पताल में मौत हो गई। डीजीपी दिलबाग सिंह ने अमन ठाकुर की शहादत पर दुख जताते हुए कहा कि हमने एक बहादुर अफसर खो दिया। आतंकियों के खिलाफ अभियान में बहादुरी के लिए उन्हें शेर-ए-कश्मीर समेत कई सम्मान मिले थे।
We pay rich #tributes to our colleague #Martyr #DySP Aman Kumar for his supreme sacrifice made in the line of #duty today at @Kulgam. We stand by his family at this crucial moment. RIP. @JmuKmrPolice @policekulgam pic.twitter.com/vgEKkgp6mm
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) February 24, 2019
डीएसपी ठाकुर जम्मू-कश्मीर पुलिस सेवा के 2011 बैच के अफसर थे। पुलिस की वर्दी पहनने के लिए उन्होंने सरकारी कॉलेज में लेक्चरर समेत दो नौकरियां ठुकराई थीं। ठाकुर ने जूलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की थी। उनके दोस्तों ने बताया कि अमन हमेशा से पुलिस सेवा में जाना चाहते थे।