प्रयागराज/गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तरप्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर गए। उन्होंने प्रयागराज में चल रहे कुंभ में डुबकी लगाई और मां गंगा की पूजा-अर्चना की। मोदी ने कुंभ में स्वच्छता की व्यवस्था देखते हुए सफाईकर्मियों के पैर धोकर उनका आभार जताया।
Moments I’ll cherish for my entire life!
Honouring remarkable Safai Karamcharis, who have taken the lead when it comes to realising the dream of a Swachh Bharat!
I salute each and every person making a contribution towards a Swachh Bharat pic.twitter.com/IsjuCgjlkn
— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2019
मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, पिछले 4.5 साल में प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे जो भी उपहार मिले, उनकी नीलामी से जो राशि इकट्ठा हुई है, उसका उपयोग मां गंगा की सेवा के लिए किया जाएगा। इस साल दो अक्टूबर तक देश खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने की ओर बढ़ रहा है। मुझे विश्वास है कि प्रयागराज की ‘स्वच्छगिरी’ पूरे देश के लिए प्रेरणा के तौर पर आगे आएगी।
Had the good fortune of taking a holy dip at the #Kumbh. Prayed for the well being of 130 Crore Indians. pic.twitter.com/jTI2QbmWxb
— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2019
इससे पहले उन्होंने गोरखपुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की। इसके तहत किसानों के खाते में 2 हजार कैश ट्रांसफर किए जाएंगे। मोदी ने कहा कि किसानों को दी राहत राशि मैं भी वापस नहीं ले सकता, अफवाह फैलाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना। मोदी ने गोरखपुर में 10 हजार करोड़ रु. की योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास भी किया।
Addressing the ‘Swachh Kumbh, Swachh Aabhaar’ programme in Prayagraj. https://t.co/1YKbkyiET2
— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2019
किसानों के लिए पहले की सरकारों ने बातें तो बहुत कीं, कागजों पर योजनाएं भी बनाईं। लेकिन उनकी योजना किसानों को सशक्त करने की नहीं, बल्कि उनको छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसाने की थी। उनकी योजना कभी किसानों का भला करने की नहीं थी। इसी स्थिति को बदलने के लिए आपने 2014 में एनडीए की सरकार बनाने का अवसर दिया। हमने किसान की छोटी छोटी दिक्कतों पर ध्यान देने के साथ ही उनकी चुनौतियों के सम्पूर्ण निवारण के लिए भी काम किया। किसान सशक्त बने इसी लक्ष्य के साथ हम निकले हैं।
मोदी ने कहा, “आजादी के बाद किसानों से जुड़ी यह सबसे बड़ी योजना आज उत्तर प्रदेश की धरती से मेरे देश के करोड़ो लोगों के आशीर्वाद से आरंभ हो रही है। गोरखपुर के लोगों को तो मैं दोहरी बधाई देता हूं, क्योंकि वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के साक्षात गवाह बन रहे हैं। गोरखपुर और पूर्वांचल के विकास से जुड़ीं लगभग 10 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया। स्वास्थ्य, सड़क, रेल, रोजगार, गैस, जैसे क्षेत्रों से जुड़ी यह तमाम परियोजनाएं इस क्षेत्र के जीवन को आसान बनाने वाली हैं। इसके लिए गोरखपुर सहित पूर्वांचल को मैं बहुत बधाई देता हूं।”
मोदी ने कहा कि मैं राज्यों को चेतावनी देता हूं अगर आपने किसानों की सूची सरकार को नहीं पहुंचाई तो किसानों की बद्दुआएं आपकी राजनीति को तहस नहस कर देंगी। आप विरोधी हो सकते हैं। लेकिन किसान की मांगों के साथ खिलवाड़ क्यों करते हो। मैं किसानों से कहना चाहता हूं कि योजना को लेकर किसी के बहकावे में न आएं। जब विरोधियों ने हमारी इस योजना के बारे में संसद में सुना तो सबके चेहरे लटक गए थे। सब मरे पड़े थे। उन्हें लग गया था कि किसान मोदी के साथ हो गए हैं। इसलिए झूठ बोलना और अफवाहें फैलाना उनका जन्मजात काम है। इसलिए उन्होंने एक अफवाह और शुरू की है। वह यह कि मोदी ने अभी 2000 दिया है, बाद में भी देगा, लेकिन एक साल बाद वापस ले लेगा। किसान भाइयों यह आपका पैसा है इसे कोई वापस नहीं ले सकता। इसलिए ऐसी अफवाह फैलाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा सारे महामिलावटी लोगों को किसान 10 साल में एक बार चुनाव के समय याद आता है। फिर इन्हें कर्ज माफी का बुखार चढ़ जाता है। इससे वे चालाकी से वोट ले लेते थे। लेकिन अब उन्हें नहीं पता है कि सामने मोदी है। वो सारे झूठ सामने ले आएगा। हमने सिर्फ चुनावी वादा पूरा करने के लिए यह योजना नहीं शुरू की है। हमने लाल किले पर इसकी घोषणा की है और बजट में इसके लिए पैसे निर्धारित किए हैं।
“हमारे लिए कर्ज माफी का फैसला लेना कोई मुश्किल काम नहीं था। हम भी रेवड़ी बांट देते। लेकिन मोदी ऐसा पाप नहीं करता। हमारी सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ही करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। ताकि देश की सिंचाई परियोजनाएं जो 30-40 साल से अधूरी थीं, उन्हें पूरा किया जा सके। हमने देश की 99 ऐसी परियोजनाएं चुनी थीं, इनमें से 70 से ज्यादा पूरी होने की स्थिति में आ गई हैं। ये वो काम है जो किसानों की आने वाले कई पीढ़ियों को लाभ देने वाला है।”
मोदी ने गोरखपुर में ही देश की सबसे लंबी एलपीजी पाइपलाइन परियोजना की नींव रखी। इसकी लंबाई 1987 किलोमीटर होगी। यह पाइपलाइन गोरखपुर से अहमदाबाद, उज्जैन, भोपाल, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और लखनऊ होते हुए गोरखपुर तक पहुंचेगी। इस परियोजना पर 9000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। फिलहाल सबसे लंबी गैस पाइपलाइन गेल संचालित करता है। इसकी लंबाई 1415 किलोमीटर है। यह गुजरात के जामनगर से लोनी (गाजियाबाद) तक जाती है।