पीएम मोदी ने जिस भगवद् गीता का अनावरण किया और जिसे 800 किलोग्राम का वजन होने की वजह से प्रमुखता दी जा रही हो वो कर्म करने और फल की इच्छा न करने का संदेश भी देती है. मोह से मोक्ष की तरफ ले जाने वाली गीता करोड़ों लोगों का सदियों से मार्गदर्शन करते आई है. यही वजह है कि पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज में भगवान कृष्ण के उपदेशों को प्राथमिकता दी है.
#WATCH Delhi: Prime Minister Narendra Modi inaugurates the largest Bhagavad Gita of the world, at ISKCON temple. pic.twitter.com/zOnmLQJiRx
— ANI (@ANI) February 26, 2019
पीएम मोदी ने मंदिर परिसर का अवलोकन कर भगवान कृष्ण के जीवन के उन पहलुओं को भी जाना, जो देश और विदेश के विद्वानों का मार्गदर्शन करती आई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हर सवाल का जवाब भगवद् गीता में मिल जाता है.
#WATCH: PM Narendra Modi took Delhi metro from Khan Market metro station earlier today. He was on his way to the Gita Aradhana event at ISKCON-Glory of India Cultural Centre. pic.twitter.com/aa8vkz6Iin
— ANI (@ANI) February 26, 2019
पीएम ने कहा कि भगवद् गीता से राष्ट्र सेवा करने की प्रेरणा अपने आप मिल जाती है. पीएम मोदी ने भगवद् गीता को भारत का दुनिया के लिए सबसे प्रेरक उपहार बताया. उन्होंने कहा कि गीता पूरे विश्व की धरोहर है.
#WATCH Delhi: Prime Minister Narendra Modi at ISKCON temple says, “Today is a very important day…” pic.twitter.com/zeyMmpjiiU
— ANI (@ANI) February 26, 2019