New Delhi: पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर तैयार डोजियर भारत ने पाकिस्तान को सौंप दिया है. 14 फरवरी को पुलवामा में हमले को कैसे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था, इसके सभी सबूत डोजियर में हैं. यह डोजियर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपा गया.
डोजियर में बताया गया है कि कैसे पुलवामा हमले की योजना पाकिस्तानी की धरती पर जैश ने बनाई थी. आत्मघाती हमलावर आदिल डार का एक वीडियो जिसमें वह हमले के बारे में बात करता है वह भी डोजियर का हिस्सा है. वीडियो में डार को जैश के एक आतंकी में रूप में दिखाया जा रहा है जिसमें वह हमले के बारे में बात कर रहा है. जो यह साबित कर रहा है इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था.
सूत्रों के मुताबिक डोजियर में आतंकवादी कामरान की फोन से हुई बातचीत भी शामिल है. बता दें कि कामरान जैश का आतंकी था जो पुलवामा हमले के बाद एक मुठभेड़ में मारा गिराया गया था. इससे साफ है कि वह पुलवामा हमले से पहले पाकिस्तान में जैश के हैंडलर्स के साथ संपर्क में था.
हमले में इस्तेमाल की गई कार के मालिक सज्जाद बट्ट की भी जानकारी है. जैश द्वारा सज्जाद का एक पोस्टर जारी किया गया था जिसमें कहा गया था कि वह उसी फिदायीन इकाई में शामिल हुआ था जिसने पुलवामा हमले को अंजाम दिया था. जैश ने हमले की योजना कैसे बनाई इसका विवरण भी सबूत के रूप में डोजियर में उल्लेख किया गया है.
क्या है डिमार्श
डिमार्श (Demarche) एक फ्रेंच शब्द है जिसका हिंदी अर्थ चाल, कदम और कार्रवाई है. इस शब्द का पहली बार इस्तेमाल पैंतरेबाज़ी के संबंध में हुआ था. इसके बाद इस शब्द का इस्तेमाल कूटनीति के लिए किया जाने लगा.
वहीं भारत सरकार ने पाकिस्तान को हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी कर ली है. भारत ने पुलवामा (Pulwama Attack) में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर तैयार डोजियर पाकिस्तान को सौंप दिया है. इस डोजियर में आंतकी हमले को लेकर सारे सबूत हैं. यह डोजियर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपा गया है. इस डोजियर में बताया गया है कि कैसे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले को अंजाम दिया था.
क्या है डोजियर
कई डॉक्यूमेंट्स को मिलाकर एक डोजियर बनता है. डोजियर किसी एक व्यक्ति, विषय या घटना पर आधारित होता है. एक डोजियर में व्यक्ति, विषय और घटना से जुड़ी जानकारी और सबूत होते हैं.