नई दिल्ली/भोपाल : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ‘एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड्स फॉर इनोवेशन इन गुड गवर्नेंस’ से सम्मानित किया। इस पुरस्कार को पाने के बाद शिवराज ने कहा कि यह पुरस्कार मेरा नहीं, मध्यप्रदेश की उन बहनों का है, जिनके सुझाव पर मैं ऐसी योजनाएं बना सका। सबके प्रति आदर व सम्मान व्यक्त करता हूं।
‘एपीजे अब्दुल कलाम अवॉर्ड फ़ॉर इनोवेशन इन गुड गवर्नेंस’ सम्मान के लिए उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू व कलाम सेंटर के प्रति हृदय से आभार। यह पुरस्कार मेरा नहीं, राज्य की 7.5 करोड़ जनता का है, जिनके सहयोग से मैं मध्यप्रदेश को गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जा सका। pic.twitter.com/UXuQtwGkrA
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 28, 2019
शिवराज के कार्यकाल में लोक सेवा गारंटी, सीएम हेल्पलाइन, समय-समय पर पंचायतें और अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की स्थापना जैसे काम के कारण ये अवाॅर्ड मिला है।
शिवराज सिंह ने कहा…
- मैंने ऐसी एक नहीं, लगभग 40 हजार पंचायतें बुलाई और उसमें से ऐसी एक नहीं, अनेक योजनाएं निकलीं। ऐसी पंचायतों से समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए उपयोगी योजनाएं बनाने में काफी सहायता मिली।
- जिस वर्ग के कल्याण के लिए मुझे योजना बनानी होती थी, उन लोगों की पंचायत बुलाकर विचार-विमर्श कर योजना बनाता था। महिला कल्याण के लिए योजना बनानी थी, तो उनकी पंचायत बुलाई।
- महिला सरपंच, मंत्री से लेकर मजदूर बहन तक सबको बुलाया। लाडली लक्ष्मी जैसी योजना ऐसी ही पंचायत से आई, जिसे बाद में देश के लगभग हर राज्य ने किसी न किसी रूप में अपनाया।
- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में मुझे बच्चे मामा कहकर बुलाते हैं और मैं वह मामा हूं, जिसके हृदय में बच्चों के लिए दो-दो मांओं का प्यार है।