Bhopal: माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा 1 मार्च से शुरू हुई। इसके लिए इंदौर संभाग में 608 आैर जिले में 130 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें कुल 47 हजार 298 परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू हुई, लेकिन छात्रों को परीक्षा केंद्र पर सुबह 8.45 बजे के बाद इंट्री नहीं दी गई। ऐसे में कई परीक्षा केंद्रों पर सुबह 9 बजे के बाद पहुंचने पर उन्हें इंट्री नहीं दी गई। हाई स्कूल की परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक चली। पहला पेपर संस्कृत का रहा। परीक्षा के लिए जो 130 परीक्षा केंद्र बनाए गए। उनमें से कुल संवेदनशील परीक्षा केंद्र 42 आैर अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र 3 सहित कुल 45 हैं।
इन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा कराई गई। इसकी मॉनिटरिंग प्राचार्य के कक्ष से की गई। कक्षा 10वीं की परीक्षा में इस साल 47 हजार 298 परीक्षार्थी बैठे जो कि पिछले साल के मुकाबले 1103 परीक्षार्थी कम हैं। हालांकि कक्षा 12वीं में परीक्षा देने वाले 37 हजार 8 परीक्षार्थियों से इनकी संख्या 10 हजार 290 ज्यादा है। इसकी परीक्षा शनिवार से शुरू होगी।
कैमरों के अलावा 6 उड़नदस्ते भी रख रहे हैं नजर
हाई स्कूल की शुक्रवार से शुरू हुई परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो इसके लिए सीसीटीवी कैमरे तो लगाए ही गए हैं। साथ ही 6 उड़नदस्ते भी तैयार कर लिए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा उड़नदस्ते डीईओ ने 4 तैयार किए हैं। इसके अलावा एक उड़नदस्ता कलेक्टर और एक उड़नदस्ता जिला पंचायत सीईओ द्वारा तैयार किया गया है।
15 मिनट पहले इंट्री की बंद, जूते मोजे बाहर उतरवाए
परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के 15 मिनट पहले से इंट्री बंद कर दी गई। इसके बाद किसी भी हालत में उन्हें इंट्री नहीं दी गई। इसके कारण कई परीक्षार्थी परीक्षा देने से रह गए। इसमें बड़ी संख्या में वे परीक्षार्थी शामिल हैं जो कि अंतिम समय तक अपना केंद्र ही तलाशते रहे। वहीं, परीक्षा में जूते मोजे पहनकर पहुंचने वाले छात्रों को जूते मोजे परीक्षा हॉल के बाहर ही उतारने पढ़े। ऐसा परीक्षा में किसी प्रकार की नकल ना हो सके इसको देखते हुए किया गया।