करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच अहम बैठक हुई. यह बैठक अटारी-वाघा सीमा पर भारत की तरफ हुई. भारतीय की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, बीएसएफ, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण और पंजाब सरकार के अफसर शामिल हुए. इस परियोजना पर दोनों देशों द्वारा सहमति जताने के तीन महीने बाद यह पहली बैठक थी. यह कॉरिडोर पाकिस्तानी शहर करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले से जोड़ेगा. अब 2 अप्रैल को दूसरी बैठक होगी.
Punjab: Talks begin between India & Pakistan to discuss and finalize the modalities for the #KartarpurCorridor, at Attari, Amritsar. pic.twitter.com/3dCZufpmak
— ANI (@ANI) March 14, 2019
करतारपुर कॉरिडोर पर भारत और पाकिस्तान के बीच बैठक से कुछ घंटे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खालिस्तानी गोपाल सिंह चावला से मुलाकात की. गोपाल चावला, आतंकी हाफिज सईद का करीबी है और पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ अभियान चलाता है. वह पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (PSGPC) का जनरल सेक्रेटरी हैं.
सूत्रों के मुताबिक भारतीय डेलिगेशन इस बात पर भी ऐतराज जता सकता है कि पाकिस्तान ने करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब के देख-रेख का जिम्मा खालिस्तानी समर्थक और 1984 में इंडियन एयरलाइंस की श्रीनगर-दिल्ली फ्लाइट IC 405 को हाईजैक करके लाहौर ले जाने वाले रणजीत सिंह उर्फ पिंका को दे दिया है, जो कि पाकिस्तान में छिप कर बैठा है और वहीं से विदेशों में बैठे अन्य खालिस्तान समर्थकों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ खालिस्तानी आतंकवाद के एजेंडे को आगे बढ़ाता है.