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दक्षिण कोरिया 5जी लॉन्च करने वाला पहला देश

सियोल: 5जी मोबाइल नेटवर्क शुरू करने के मामले में दक्षिण कोरिया ने बाजी मार ली है। बुधवार रात 11 बजे (स्थानीय समय) सियोल में जब 5जी सेवा लॉन्च की गई तो दक्षिण कोरिया यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया। हालांकि, इसकी लॉन्चिंग के लिए पहले 5 अप्रैल की तारीख तय की गई थी, लेकिन अमेरिकी कंपनियों को मात देने के लिए दो दिन पहले ही सेवा शुरू कर दी गई। 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क 20 गुना तेज होगा।

टॉप 3 टेलिकॉम कंपनियों ने शुरू की सेवा

दक्षिण कोरिया की टॉप 3 टेलिकॉम कंपनियों एसके, केटी और एलजी यूप्लस ने इस राष्ट्रव्यापी योजना को शुरू किया। 5जी सर्विस पहली बार दक्षिण कोरिया के 6 सेलिब्रटी के फोन पर एक्टिव की गई। इनमें के-पॉप बैंड ईएक्सओ के दो सदस्यों के साथ ओलिंपिक आईस स्कैटिंग हीरो किम-यू-ना शामिल हैं। आम जन को शुक्रवार से यह सेवा मिलेगी।

सैमसंग के गैलेक्सी के एस10 5जी मॉडल पर पहली बार 5जी नेटवर्क शुरू किया गया। सैमसंग भी दक्षिण कोरिया की ही कंपनी है। सैमसंग ने फरवरी में अपना पहला 5जी स्मार्टफोन पेश किया था। इसकी कीमत करीब 2 हजार डॉलर है। विशेषज्ञों के मुताबिक, सैमसंग ने इस कदम से 5जी हैंडसेट बनाने की रेस में काफी बढ़त हासिल कर ली है।

दक्षिण कोरिया को उम्मीद है कि 5जी सर्विस से देश में स्मार्ट सिटी और ड्राइवरलेस कार जैसे क्षेत्रों में तेजी आएगी और इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था लगातार धीमी हो रही है और 2018 में ग्रोथ की दर छह साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई थी।

दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका में थी होड़

5जी सर्विस सबसे पहले शुरू करने के लिए दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका में होड़ थी। अमेरिका में टेलिकॉम कंपनी वेराइजन 11 अप्रैल को दो शहरों में 5जी सर्विस शुरू करने वाली है। चीन में भी चुनिंदा शहरों में इसका ट्रायल हो रहा है।

दक्षिण कोरिया की टेलिकॉम कंपनियों ने 5जी सर्विस की मार्केटिंग पर करोड़ों डॉलर खर्च किए हैं। एसके टेलीकॉम को 2019 के अंत तक 10 लाख से ज्यादा 5जी उपभोक्ता जुड़ने की उम्मीद है। इसके पास अभी 2.7 करोड़ उपभोक्ता हैं। इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी केटी कॉर्प 5जी के लिए 4जी से भी सस्ता प्लान ऑफर कर रही है।

भारत में अगले साल तक शुरू हो सकती है 5जी सेवा

5जी के लिए इस साल जुलाई या अगस्त में स्पेक्ट्रम की नीलामी होने की उम्मीद है। स्पेक्ट्रम खरीदने के बाद कंपनियां इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करेंगी। उसके बाद ही सेवाएं शुरू होंगी। माना जा रहा है कि भारत में 5जी सेवा अगले साल ही शुरू हो पाएगी।

5जी से विश्व की अर्थव्यवस्था में आएंगे 39 लाख करोड़ रु

5जी टेक्नोलॉजी से घर के टोस्टर से लेकर टेलीफोन, इलेक्ट्रिक कार से लेकर पावर ग्रिड तक को इससे फायदा होगा। साथ ही रोबोटिक्स, ड्रोन और इंटरनेट से जुड़े सभी प्रोडक्ट के डेवलपमेंट में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। एक अनुमान के मुताबिक 5जी टेक्नोलॉजी से विश्व अर्थव्यवस्था में 2034 तक 39 लाख करोड़ रुपए आएंगे।

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