मद्रास : नया सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म TikTok भारत में काफी पॉपुलर हो गया है. ये एक वीडियो शेयरिंग वेबसाइट है जहां 15 सेकेंड के वीडियो बनाए और शेयर किए जाते हैं. ये ऐप भारत के छोटे शहरों में खासकर पॉपुलर है. हालांकि अब ये प्लेटफॉर्म गलत कारणों से इस बार चर्चा में है. भारत में इस ऐप को बैन किया जा रहा है.
बुधवार को मद्रास हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से TikTok को बैन करने के लिए कहा है. कोर्ट ने सरकार से कहा है कि ये ऐप पॉर्नोग्राफी को बढ़ावा देता है. साथ ही कोर्ट ने मीडिया को भी इस ऐप के जरिए बनाए जाने वाले वीडियो का प्रसारण नहीं करने के लिए कहा है. कोर्ट ने ये फैसला एक वकील द्वारा दर्ज की गई याचिका के बाद दिया है. बैन किए जाने की जानकारी होने के बाद TikTok ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि हम कोर्ट के ऑर्डर का रिव्यू करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे.
The Madras High Court said children who were using TikTok were vulnerable to exposure to sexual predators. https://t.co/IHmDNPm14G
— HuffPost India (@HuffPostIndia) April 4, 2019
क्या है TikTok?
TikTok एक सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स 15 सेकेंड का वीडियो अपलोड कर सकते हैं. साथ ही यूजर्स वीडियो में म्यूजिक क्लिप और साउंड ऐड कर सकते हैं. इसके अलावा यूजर्स पॉपुलर मूवीज और टीवी शोज के डायलॉग्स पर एक्ट भी कर सकते हैं. इस ऐप में मर्ज, कट, ट्रिम और डुप्लीकेट जैसे एडिटिंग टूल्स भी मिलते हैं.
सेंसर टॉवर की रिपोर्ट के मुताबिक, TikTok को हाल ही में एंड्रॉइड और आईओएस पर सामूहिक रूप से 1 बिलियन डाउनलोड प्राप्त हुआ है. साल 2018 में, TikTok दुनिया भर में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले ऐप में से एक था, जिससे ये दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के करीब बना रहा. तुलनात्मक तौर पर बात करें तो TikTok को 663 मिलियन बार डाउनलोड किया गया, वहीं फेसबुक के लिए ये आंकड़ा 711 मिलियन रहा.
TikTok के टोटल डाउनलोड का 25 प्रतिशत हिस्सा भारत से है और ANI की रिपोर्ट के मुताबिक ऐप का यूजर बेस लगभग 250 मिलियन है. ये ऐप भारत में काफी पॉपुलर है और इसके सबसे ज्यादा यूजर्स टायर-2 और टायर-3 शहरों से हैं.
आपको बता दें भारत कोई पहला देश नहीं है जहां TikTok को बैन किया गया है. पिछले साल जुलाई में इंडोनेशिया में भी इस ऐप को बैन किया गया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बैन किए जाने की वजह पॉर्नोग्राफी, गलत कंटेंट और ईश-निंदा बताई गई थी. TikTok को अमेरिका में आलोचना का भी सामना करना पड़ा था. यहां प्लेटफॉर्म पर युवा लड़कियों पर भद्दे और अनुचित कमेंट्स किए जाने का मामला था.
साथ ही आपको बता दें TikTok से पहले musical.ly था. ये भी पैरेंट कंपनी ByteDance का ही प्रोडक्ट था. musical.ly भारत जैसे देशों में काफी पॉपुलर था, जबकि टिक टॉक केवल घरेलू एरिया में ही अपनी पहचान बना पाया था. बाद में ByteDance ने musical.ly को टिक टॉक से मर्ज कर एक प्लेटफॉर्म बना दिया. इसके बाद musical.ly के 100 मिलियन एक्टिव यूजर्स ऑटोमैटिकली टिक टॉक में शिफ्ट हो गए.