हाेशंगाबाद : होशंगाबाद से सटे 30 गांवों के खेतों में शुक्रवार शाम को आग लग गई, जिससे गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। हादसे के वक्त 18 किमी प्रति घंटा से हवाएं चल रही थीं। इस वजह से आग तेजी से फैल गई। हादसे में पांजराकलां निवासी दिलीप (28) और अमित (32) की जलने से मौत हो गई। 25 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। एक व्यक्ति को गंभीर हालत में भोपाल रैफर किया गया। कई ग्रामीण लापता हैं।
>बताया जाता है कि नरवाई ((कटाई के बाद बची फसल) में आग लगी थी, जो आंधी से अन्य खेतों में फैलती गई। देर रात तक कुलामढ़ी, रसूलिया, निमसाड़िया समेत अन्य गांवों के घरों तक आग पहुंच गई थी। इस दौरान 10 से 15 फीट ऊंची लपटें देखी गईं।
इन गांवों में फसल जली: कुलामड़ी, निमसाड़िया, गाैरा, खाेजनपुर, निटाया, फेफरताल, सिवनी मालवा, शिवपुर, पांजरा, पथाैड़ी समेत 30 गांवाें की फसलें जल गईं। रात 11 बजे तक प्रशासन नुकसान का आकलन नहीं कर पाया।
पांजरा समेत चार गांवों में सबसे ज्यादा नुकसान: आग से पांजरा, निमसाड़िया, बडोदिया कला, निटाया में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इन गांवों के कई लोग लापता हैं। वहीं, रसूलिया गीता भवन के पीछे नरवाई की आग रहवासी क्षेत्र तक पहुंच गई। लोगों ने घर में रखे 2 गैस सिलेंडर बाहर निकाले।
13 फीडर से सप्लाई ठप, इलाके में ब्लैकआउट : आंधी के कारण बिजली कंपनी के सभी 13 फीडर बंद हो गए। इससे होशंगाबाद शहर समेत गांवों में ब्लैकआउट रहा। इटारसी, सिवनीमालवा समेत ग्रामीण क्षेत्र में बारिश हुई। रात 2 बजे तक आग से झुलसे लोग अस्पताल पहुंचाए गए। प्रशासन ने जिला अस्पताल को अलर्ट पर रखा है।
एक ही परिवार के तीन लोग झुलसे : इटारसी से सरगांव जा रहा चमन मालवीय का परिवार गेहूं की फसल में लगी आग की चपेट में आ गया। इससे पत्नी क्षमा मालवीय, बेटी और बेटा नितिन बुरी तरह जख्मी हो गए।