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मध्य प्रदेश : दूसरे दिन भी जारी है IT विभाग की कार्रवाई, CM कमलनाथ के नजदीकी रेड के घेरे में

भोपाल/इंदौर : मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के करीबियों के घर पर आयकर विभाग के छापे के बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया है। आयकर विभाग ने रविवार को मध्य प्रदेश, नई दिल्ली और गोवा में करीब 50 जगहों पर छापेमारी की और आज तड़के तक छापेमारी जारी थी। टीम ने मध्य प्रदेश में करीब 35 जगहों पर रेड की। इस रेड में सीएम कमलनाथ के कई करीबियों के घर और दफ्तर भी शामिल रहे। सीएम कमलनाथ ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि आम चुनाव के दौरान इस तरह की कार्रवाई को तैयार हैं तो एमपी बीजेपी ने कमलनाथ को अपने सहयोगियों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा है कि उनके घर पर भी आईटी विभाग की टीम छापा मार सकती है लेकिन उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और वह टीम का स्वागत करेंगे।

राजधानी भोपाल में विभाग की टीम सोमवार तड़के सीएम के पूर्व OSD प्रवीण कक्कड़ के असोसिएट अश्विन शर्मा के घर पर छापेमारी कर रही थी। इससे पहले रविवार को भोपाल में अंसल अपार्टमेंट के उनके दो मकानों और प्‍लेटिनम प्‍लाजा में एक फ्लैट को भी खंगाला गया था। इनमें से एक जगह पर कथित तौर पर आईएएस और आईपीएस अफसरों के द्वारा किए गए निवेश से जुड़े कागजात भी मिले हैं।

अश्विन शर्मा के पास प्लेटिनम प्लाजा में कई फ्लैट और आठ लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। चौंथे और छठे फ्लोर पर अश्विन और उनके परिजन रहते हैं। पूरे प्लाजा में अश्विन की लक्जरी गाड़ियां की चर्चा रहती है। उसके पास दो लेंड रोवर, तीन मर्सिडीज और तीन विंटेज कार का कलेक्शन है। शर्मा के कामकाज के बारे में लोगों को कम ही जानकारी है। प्लाजा के कमर्शियल विंग के भी छठे फ्लोर में उसका ऑफिस है। बताया जा रहा है कि प्रतीक जोशी उसके परिवार का सहयोगी है, जिसके पास 9 करोड़ रुपए कैश मिले।

मध्य प्रदेश में सियासी तूफान
आयकर विभाग की कार्रवाई से मध्य प्रदेश का राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि ऐसा लगता है कि केवल चोरों को ही चौकीदार से शिकायत है। वहीं, कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक बदला लेने के लिए की गई है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की छवि खराब करने की यह बीजेपी की बेकार कोशिश है। यह सफल नहीं होगी। यह संकेत है कि पीएम नरेंद्र मोदी तीन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत से परेशान हो गए हैं।’ वहीं सीएम कमलनाथ ने सीधे तौर पर तो कोई बयान नहीं दिया है लेकिन यह जरूर कहा है कि पूरे देश को पता है कि कैसे और किसके लिए संवैधानिक संस्थाओं को गलत इस्तेमाल पिछले पांच साल से किया जा रहा है।

चिदंबरम ने किया ट्वीट-‘IT विभाग की टीम का स्वागत करेंगे’
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदांबरम ने भी ट्वीट कर कहा, ‘मुझे बताया गया है कि आयकर विभाग चेन्नै और शिवगंगा स्थित मेरे घरों पर भी छापा मारेगा। हम सर्च पार्टी का स्वागत करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आयकर विभाग जानता है कि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। वे और दूसरी एजेंसियां हमारे घर पहले भी तलाश चुकी हैं और कुछ नहीं मिला। इसके पीछे मकसद चुनाव प्रचार अभियान को तोड़ना है। लोग इस सरकार की अति देख रहे हैं और चुनावों में सटीक जवाब देंगे।’

CM के करीबियों के दफ्तर खंगाले
ककक्ड़ के भोपाल और इंदौर स्थित घर और दफ्तर में रविवार को विभाग की टीम सीआरपीएफ की टुकड़ी के साथ रेड डालने पहुंची थी। कक्कड़ का परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है। कमलनाथ के एक और नजदीकी आरके मिगलानी के नई दिल्ली के ग्रीन पार्क स्थित घर पर भी आयकर विभाग ने छापा मारा था। भोपाल में प्रतीक जोशी के घर से बड़ी मात्रा में कैश भी बरामद किया गया है।

पुलिस और CRPF में कहासुनी
भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा स्थित एक घर के भीतर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही थी और बाहर एमपी पुलिस और सीआरपीएफ के बीच गंभीर टकराव की नौबत आ गई। सीआरपीएफ ने जहां एमपी पुलिस पर गाली देने और काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है, वहीं एमपी पुलिस ने केंद्रीय बल पर आम लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया है।

कार्रवाई को लेकर टकराव की कोई बात नहीं: डीजीपी
मध्यप्रदेश पुलिस के महानिदेशक वीके सिंह ने आयकर की कार्रवाई को लेकर स्थानीय पुलिस से किसी भी प्रकार के टकराव की बात से इनकार किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आयकर का अमला पूछताछ के लिए किसी व्यक्ति को कानूनी प्रक्रिया का पालन कर कहीं ले जाना चाहता है तो पुलिस को कोई आपत्ति नहीं है।

चुनाव में हार नजर आने लगी तो डराने का प्रयास कर रही है भाजपा: कमलनाथ

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आयकर छापों की सारी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। सारी स्थिति स्पष्ट होने पर ही इस पर कुछ कहना उचित होगा। लेकिन पूरा देश जानता है कि संवैधानिक संस्थाओं का किस तरह इस्तेमाल पिछले पांच वर्ष में किया गया। इनका उपयोग कर डराने का काम किया जा रहा है। जब भाजपा के पास विकास पर, अपने काम पर कुछ कहने को और बोलने को नहीं बचा तो ये विरोधियों के खिलाफ इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं।

शिवराज ने कहा- आचार संहिता लगी है तो पुलिस कैसे भेजी
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा, “सीएस और पुलिस अधिकारी बताएं कि किसके कहने पर पुलिस भेजी गई। जब आचार संहिता लगी है तो पुलिस कैसे भेजी जा सकती है? प्रदेश में संविधान के ढांचे को ध्वस्त किया गया है। वे रविवार को यहां मीडिया से चर्चा कर रहे थे। चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस सरकार की अति है। ऐसा हम नहीं चलने देंगे।” नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री कमलनाथ इस्तीफा दें।

हिम्मत है तो मामा-मामी और शाह के घर पर छापा मारें: दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कक्कड़ के घर पड़ आयकर छापेे पर खुलकर कुछ नहीं बोला। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है जिनके घर पर छापा पड़ा है, वे जानकारी देंगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान, उनकी पत्नी साधना सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि अफसरों में हिम्मत है तो मामा-मामी और शाह के घर पर छापा डालकर बताएं।

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