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कांग्रेस के करीबियों के घर से बक्सों में भरे नोट निकले, असली चोर कौन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

मुंबई:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ महाराष्ट्र के लातूर में जनसभा की। उन्होंने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर पड़े छापे पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के करीबियों के घर से बक्सों में भरे नोट बरामद हुए। इससे पता चलता है कि असली चोर कौन है? आज पहले चरण के चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। मोदी कर्नाटक और तमिलनाडु में भी रैली को संबोधित करेंगे।

मोदी और ठाकरे 27 महीने बाद एक मंच पर दिखाई दिए। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2016 में मुंबई में अरब सागर के बीच शिवाजी महाराज के स्मारक की नींव रखी थी। लातूर में चुनाव मैदान में 10 उम्मीदवार हैं लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। यहां 18 अप्रैल को मतदान होगा।

‘कांग्रेस में नोट से वोट खरीदने की संस्कृति’
प्रधानमंत्री ने कहा, “मध्यप्रदेश में सरकार बने अभी 6 महीने नहीं हुए, लेकिन इनकी कलाकारी देखिए, अरबों-खरबों रुपये की लूट के सबूत मिले हैं। बड़े-बड़े लोगों के बंगलों से करोड़ों का कालाधन इधर से उधर हुआ है। डर के कारण कुछ रागदरबारी, इनके खासमखास वहां पहुंच गए कि पैसे जब्त न हों और दबाव बनाने लगे। भ्रष्टाचार ही वह काम है जो कांग्रेस सत्ता में आने के बाद पूरी ईमानदारी के साथ करती है। कांग्रेस में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। आपने देखा होगा कल-परसों, कैसे कांग्रेस के करीबियों के घर से बक्सों में भरे हुए नोट मिल रहे हैं। नोट से वोट खरीदने का ये पाप इनकी राजनीतिक संस्कृति रही है। ये बोलते हैं- चौकीदार चोर है, लेकिन नोट कहां से निकले। असली चोर कौन है?”

‘विकास कर आपका ब्याज लौटाऊंगा’

मोदी ने कहा, “आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा। विकास कर आपका ब्याज लौटाऊंगा। जो हुआ उसके लिए आपको यह चौकीदार याद आता है और जो होना चाहिए उसकी भी जिम्मेदारी मेरे ही हिस्से में है। इसी विस्तार को विश्वास देते हुए संकल्पित और सशक्त भारत रखने का संकल्प हमने देश के सामने रखा है। हम हर नागरिक की भागीदारी चाहते हैं। एक तरफ हमारी नीति और नीयत है। दूसरी तरफ हमारे विरोधियों का दोहरा रवैया है।”

“आतंकियों के अड्डे में घुसकर मारेंगे। यह नए भारत की नीति है। आतंक को हराकर ही दम लेंगे यह हमारा संकल्प है। जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रवादियों के मन में हमने नया विश्वास जगाया है। अब कश्मीर में स्थिति सामान्य करने का हमारा संकल्प हम नतीजे सामने देख रहे हैं। हमारा संकल्प है कि सीमा पर हम घुसपैठ बंद करेंगे। नक्सलियों को रोकने और आदिवासियों का विकास करने में हमने दिन-रात मेहनत की है।”

‘कांग्रेस का ढकोसला पत्र पाक की भाषा बोल रहा’
मोदी के मुताबिक- जो बात कांग्रेस का ढकोसला पत्र कह रहा है वही भाषा पाकिस्तान भी बोल रहा है। कांग्रेस का कहना है कि वे कश्मीर में अराजकता फैलाने वालों से बातचीत करेंगे। पाक भी तो यही कह रहा है ताकि भारत इन्हीं बातों में उलझा रहा है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि देश के टुकड़े करने की बात करने वालों को खुला लाइसेंस करेंगे, देशद्रोह का कानून खत्म करेंगे। पाक भी तो यही चाहता है कि भारत का विभाजन करने वाले अपना काम करें। कांग्रेस के ढकोसला पत्र की उम्र 23 मई तक है जबकि भाजपा के संकल्प पत्र की उम्र 5 साल है।

‘कांग्रेस की वजह से देश बंटा’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस अपने घोषणापत्र में हम धारा 370 नहीं हटाएंगे की बात करती है। कांग्रेस में अक्ल होती तो 1947 में देश नहीं बंटता और पाक पैदा ही नहीं होता। मैं कांग्रेस वालों से कहता हूं कि दर्पण में जाकर अपना मुंह देखो। आपको मानवाधिकार की बात करने का कोई हक नहीं है। आप कांग्रेस वालों ने बालासाहेब (बाल ठाकरे) का मतदान करने का अधिकार छीन लिया था।”

“कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों की वजह से ही देश में सुरक्षा की ऐसी स्थिति बनी रही। अब तो कांग्रेस कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री चाहने वालों के साथ खड़ी है। उन्हें शर्म आनी चाहिए। कांग्रेस से तो देश को कोई उम्मीद नहीं, लेकिन शरदराव (शरद पवार) क्या आपको यह शोभा देता है? जम्मू कश्मीर के अलग हो जाने की बात करने वाले यह वे लोग हैं जिन पर देश ने भरोसा किया था। इनके दिल में जो इच्छा दबी है, यह जो चाहते हैं वह खुलकर सामने आ रहा है। ऐसे लोग क्या कश्मीर के हालात सुधार पाएंगे। इनकी सच्चाई देश के नागरिकों को समझनी चाहिए।”

‘सेना से कितने सबूत चाहिए’
मोदी ने कहा कि दुनिया में कहीं भारत के खिलाफ एक झूठ निकलता है तो ये (कांग्रेस) उसे लपककर मीडिया में जगह बनाने की कोशिश करते हैं। कांग्रेस के नौजवानों और बुजुर्गों, आपको देश की सेना और वायुसेना से कितने सबूत चाहिए।

“पाक ने एयर स्ट्राइक के बाद कहा कि भारत के दो पायलट हमारे कब्जे में हैं। लेकिन शाम को ही उन्हें कहना पड़ा कि भारत का एक ही पायलट हमारे पास है। तो दूसरे पायलट का क्या हुआ, यह बच्चे-बच्चे को पता है। लेकिन अपने देश में ही जिन्हें जवानों की बात पर भरोसा नहीं है उन्हें सजा देना जरूरी है कि नहीं? अपने स्वार्थ के लिए इन्होंने देश की सुरक्षा को नजरअंदाज किया। अब जो फैसले हो रहे हैं, वो सिर्फ देश और लोगों को आगे रख कर किए जा रहे हैं। किसानों के लिए यूपी सरकार ने काम किया है।”

23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है शिवसेना 

एनडीए की आलोचना करती रही शिवसेना ने भाजपा ने हाल ही में महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर समझौता किया है। भाजपा यहां 25 सीटों पर और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राज्य में 48 लोकसभा सीटें हैं। महाराष्ट्र में चार चरणों में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को मतदान होगा। नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।

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