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आचार संहिता में किसानों को बांटे कर्ज माफी के प्रमाण पत्र, अफसर बोले शासन के निर्देश

धार : लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद भी धार में सोसायटियों से किसानों को कर्ज माफी के प्रमाण पत्र बांटे जा रहे हैं। किसानों का कहना है कुछ लोगों ने बताया कि आपका नाम जय किसान फसल ऋण माफी योजना की लिस्ट में आया है। सोसायटी में आकर अपना प्रमाण पत्र ले जाएं। मंगलवार को यह क्रम दिनभर चला। इस पूरे मामले का वीडियो भास्कर के पास सुरक्षित है। इस संबंध में सहकारिता उपायुक्त का कहना है कि कोई उल्लंघन नहीं हुआ। वहीं जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बोले- आचार संहिता में प्रमाण पत्र बांटना गलत है, हम नोटिस देंगे। मामले में कलेक्टर दीपक सिंह बाेले कि जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे।

पहला मामला है सलकनपुर सोसायटी का। वहां पर किसानों को नाे-ड्यूज प्रमाण पत्र बांटे जा रहे थे। यहां के कर्मचारियों का कहना है कि आचार संहिता के पहले किसान प्रमाण पत्र लेने नहीं आए, इसलिए अब जो भी आता है उसे प्रमाण पत्र दे देते हैं। कर्मचारी दीपक सिसौदिया का कहना है कि प्रमाण पत्र में कोई नेता का फोटो या पार्टी का नाम नहीं है। इसलिए यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। हालांकि नौगांव सोसायटी के प्रबंधक पन्नालाल सिसौदिया मंगलवार को बिना अवकाश के दिनभर कार्यालय से गायब थे। उनकी गैर मौजूदगी में कर्मचारियों ने कई किसानों को प्रमाण पत्र बांटे।

भारती शेखावत, सहकारिता उपायुक्त से बातचीत

सवाल- किसानों को फसल ऋण माफी के प्रमाण पत्र बांटे जा रहे हैं।

जवाब- शासन के निर्देश हैं, इसलिए बांट रहे हैं।

सवाल- ये आचार संहिता उल्लंघन नहीं है?

जवाब- नहीं, प्रमाण पत्र नेता थोड़ी बांट रहे हैं। कर्मचारी बांट रहे हैं, ड्यूटी है हमारी।

सवाल- वसुनिया सर का कहना है कि संबंधित प्रबंधकों को नोटिस देंगे?
जवाब- वसुनियाजी को कुछ नहीं पता। किसी पार्टी से बंटवाने पर उल्लंघन होता।

किसान बोले- कुछ लोग घर सूचना देने आए थे :
प्रमाण पत्र लेने वाली वृद्धा किसान लक्ष्मीबाई व उनके पुत्र ने बताया हमें कुछ लोग सूचना देने आए थे कि आपका नाम लिस्ट में आ गया। सूचना पर सोसायटी पहुंचे। यहां हमें कर्मचारियों ने प्रमाण पत्र दे दिए।

आचार संहिता में किसानों को नो-ड्यूज प्रमाण पत्र देना गलत है। कार्रवाई करेंगे। – आरएस वसुनिया, सीईओ, जिला सहकारी बैंक  

मेरी जानकारी में मामला नहीं है। फिर भी यदि ऐसा हो रहा है तो मैं कर्मचारियों को नोटिस जारी करूंगा। – पन्नालाल सिसौदिया, नौगांव सोसायटी प्रबंधक

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