कोलंबो : श्रीलंका में महिलाओं के लिए अरुगम बे गर्ल सर्फिंग क्लब खुला है। यह उन रुढ़िवादी मान्यताओं को चुनौती देता है, जो कहती हैं कि यह खेल सिर्फ पुरुषों के लिए बना है। इस क्लब में 13 से 44 साल तक की 17 सदस्य हैं। य नजदीक के ही अरुगम बे क्षेत्र की रहने वाली हैं। यह क्लब 2018 में आधिकारिक तौर पर रजिस्टर्ड कराया गया। जिसकी फाउंडर कैलिफोर्निया की रहने वाली सर्फर टिफनी केरोदर्स हैं।
महिलाओं के लिए देश का पहला सर्फिंग क्लब, 13 से 44 साल तक की 17 सदस्य
कोलंबो. श्रीलंका में महिलाओं के लिए अरुगम बे गर्ल सर्फिंग क्लब खुला है। यहउन रुढ़िवादी मान्यताओं को चुनौती देता है, जो कहती हैं कि यह खेल सिर्फ पुरुषों के लिए बना है। इस क्लब में 13 से 44 साल तक की 17 सदस… pic.twitter.com/jcfcwcTTOn
— Rohan shri (@BarhSonu) April 11, 2019
क्लब की अध्यक्ष ही संभालती हैं बीच की सफाई का जिम्मा
सर्फिंग समुद्र में किया जाने वाला एक खेल है। इसमें व्यक्ति एक छोटी सी नाव पर सवार होकर समुद्र की लहरों पर अठखेलियां करता है। दुनियाभर में ज्यादातर सर्फर पुरुष ही होते हैं।
इस क्लब की अध्यक्ष 30 साल की शामली संजया हैं। संजया इस बीच की न केवल साफ-सफाई करती हैं, बल्कि सर्फिंग करने वाली महिला सदस्यों को कॉर्डिनेट भी करती हैं।
surfer.com से बात करते हुए संजया ने कहा, ‘एक समय था, जब यहां गांव की कोई भी लड़की सर्फिंग नहीं करती थी। यहां कि लड़कियां स्कूल जाती हैं या कुछ घर संभालती हैं। शादीशुदा महिलाएं पति और बच्चों को देखती हैं। यहां के लोग सोचते थे कि सिर्फ यहां घूमने आईं टूरिस्ट महिलाएं ही सर्फ कर सकती हैं।’’
संजया ने कहा, ‘‘मैंने कैलिफोर्निया की रहने वाली सर्फर टिफनी केरोदर्स से मुलाकात की। इसके बाद वे 2011 में श्रीलंका आईं। उन्होंने मुझे यहां समुद्र की लहरों पर सर्फ करना सिखाया, लेकिन मेरे परिवार वाले मेरी इस नई हॉबी से खुश नहीं थे।’’
30 साल की मां संजया कहती हैं, ‘‘मेरा भाई श्रीलंका का नंबर एक सर्फर है। पिता भी बहुत अच्छा सर्फ करते हैं। फिर एक दिन मैंने अपने कजिन से पूछा कि सर्फिंग कैसे करते हैं। तब उसने कहा कि शामली, तुम्हारे खून में ही सर्फिंग है, तुम कर सकती हो।’’