अमेरिका/कैलिफोर्निया : कैलिफोर्निया में दुनिया के सबसे बड़े विमान ने सफलतापूर्वक परीक्षण उड़ान भरी है. स्ट्रैटोलॉन्च विमान में छह बोइंग 747 इंजन लगे हुए हैं. इस विमान की खासियत है कि इससे 35 हजार फीट की ऊंचाई पर रॉकेट लॉन्च किए जा सकते हैं. शनिवार को इस बड़े विमान ने अपनी पहली यात्रा मोजावे रेगिस्तान के ऊपर की. इस विमान का निर्माण अंतरिक्ष में रॉकेट ले जाने और उसे वहां छोड़ने के लिए किया गया है. दरअसल यह रॉकेट उपग्रहों को अंतरिक्ष में उनकी कक्षा तक पहुंचाने में मदद करेगा.
Today the #Stratolaunch aircraft flew for 2.5 hours over the Mojave Desert, reaching a top speed of 189 mph. Check out the historic flight here: #StratoFirstFlight pic.twitter.com/x29KifphNz
— Stratolaunch (@Stratolaunch) April 13, 2019
मौजूदा समय में टेकऑफ रॉकेट की मदद से उपग्रहों को कक्षा में भेजा जाता है. इसके मुकाबले उपग्रहों को कक्षा तक पहुंचाने में यह विकल्प ज्यादा अच्छा रहेगा. इसका निर्माण स्केल्ड कम्पोजिट्स नाम की एक इंजीनियरिंग कंपनी ने किया है. यह विमान इतना बड़ा है कि इसके पंख का फैलाव एक फुटबॉल मैदान से ज्यादा है. शनिवार को यह विमान अधिकतम 189 मील (302.4 किलोमीटर) प्रति घंटे की गति को प्राप्त करते हुए विमान ने मोजेव रेगिस्तान में 17,000 फीट की ऊंचाई पर 2.5 घंटे तक उड़ान भरी।
स्ट्रेटोलॉन्च के सीईओ जीन फ्लॉयड ने कहा, ‘पहली उड़ान कितनी शानदार रही।’ उन्होंने कहा, ‘आज की उड़ान ग्राउंड लॉन्च सिस्टम का एक लचीला विकल्प प्रदान करने के हमारे मिशन को आगे बढ़ाएगी। हमें स्ट्रेटोलॉन्च टीम, आज के फ्लाइट क्रू, नॉर्थ्रप ग्रम्मन के स्केल्ड कॉम्पोजिट्स और मोजेव एयर ऐंड स्पेस पोर्ट के हमारे सहयोगियों पर बेहद गर्व है।’
इस विमान में एक वक्त में तीन रॉकेट अटैच किए जा सकते हैं. स्ट्रैटोलॉन्च को 2011 में माइक्रोसॉफ्ट के दिवंगत सह संस्थापक पॉल जी एलेन ने तैयार किया था. लेकिन 2018 में उनकी मृत्यु हो गई थी. स्ट्रैटोलॉन्च कंपनी की योजना खुद के रॉकेट भी तैयार करने की है.
नासा में विज्ञान मिशन निदेशालय के असोसिएट ऐडमिनिस्ट्रेटर थॉमस जुर्बुचेन ने ट्वीट किया, ‘इस रेकॉर्ड कायम करने वाले विमान का उड़ान भरना स्ट्रेटोलॉन्च टीम के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है! यह अंतरिक्ष के छोर तक और उससे भी परे जाने से जुड़ा है।’ उन्होंने कहा, ‘काश पॉल ऐलन यह देख पाते।’