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करकरे पर प्रज्ञा के बयान से भड़का IPS एसोसिशन, चुनाव आयोग भी करेगा जांच

भोपाल : मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के संदर्भ में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अलग थलग पड़ती जा रही हैं. राजनीतिक पार्टियों ने इसके लिए साध्वी प्रज्ञा की कड़ी आलोचना की है वहीं आईपीएस एसोसिएशन ने भी इसकी निंदा की है. वहीं चुनाव आयोग ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान पर मिली शिकायत का संज्ञान लिया है और मामले की जांच का फैसला किया है.

आईपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट कर कहा है कि अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया. वो हममें से एक हैं लेकिन एक चुनावी उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए. वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान की कड़ी निंदा की है.

कांग्रेस ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की और कहा कि वह प्रज्ञा के खिलाफ कार्रवाई करें. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रज्ञा के कथित विवादित बयान से जुड़े वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘‘मोदी जी, केवल भाजपाई ही 26/11 के शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही घोषित करने का जुर्म कर सकते हैं. यह देश के हर सैनिक का अपमान है जो आतंकवाद से लड़ते हुए भारत मां के लिए प्राणों की क़ुर्बानी देता है.’’

सुरजेवाला ने कहा, ‘आप देश से माफी मांगिए और प्रज्ञा पर कार्यवाही कीजिए. सुरजेवाला ने जो वीडियो शेयर किया है कि उसमें प्रज्ञा यह कहती नजर आ रही हैं कि उन्होंने महाराष्ट्र में एटीएस प्रमुख रहे करकरे से कहा था कि ‘ तुम्हारा सर्वनाश होगा.’ प्रज्ञा मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं. इस मामले की जांच करकरे के नेतृत्व में हुई थी.

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘26-11 के शहीद हेमंत करकरे जी पर भोपाल से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के अशिष्ट बयानों की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए. बीजेपी अपना असली रंग दिखा रही है और इसे अब इसकी जगह दिखा देनी चाहिए.’’ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी उन हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल उठा रही है, जिन्होंने मुंबई आतंकी हमले में ‘भारत माता’ की सुरक्षा की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘इस पर किसी भक्त को गुस्सा नहीं आएगा….यह बीजेपी की देशभक्ति है.’’चुनाव आयोग ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान पर मिली शिकायत का संज्ञान लिया है और मामले की जांच का फैसला किया है.

26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई स्थानों पर स्थानों पर हमले किए थे. उसी दौरान करकरे और मुंबई पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी शहीद हुए थे. प्रज्ञा ठाकुर ने दावा किया है कि मुंबई के आतंकवाद निरोधक दस्ते के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे ने उन्हें मालेगांव विस्फोट मामले में गलत तरह से फंसाया था और वह अपने कर्मों की वजह से मारे गए. करकरे मुंबई आतंकी हमलों के दौरान मारे गए थे.

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