मैनपुरी: सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की शुक्रवार को चौथी रैली के दौरान 24 साल बाद मायावती और मुलायम सिंह यादव एक मंच पर दिखाई दिए। यहां से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव प्रत्याशी हैं। सभा में माया-मुलायम के अलावा अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। रालोद प्रमुख अजित सिंह नहीं पहुंच सके। 1995 में सपा-बसपा ने गठबंधन करके विधानसभा चुनाव लड़ा था, इसके बाद गेस्ट हाउस कांड के कारण दोनों दलों में दूरियां हो गईं थीं।
मुलायम सिंह ने कहा कि आज आपके बीच मायावती जी आई हैं. मैं इनका बहुत सम्मान करता हूं. आज मायावतीजी का एहसान है कि वह हमारे बीच आई हैं. हम उनका स्वागत करते हैं और अपने कार्यकर्ताओं से हमेशा उनका सम्मान करने की अपील करता हूं. मायावतीजी ने हमारी कई बार मदद की है. मुझे जिताने के साथ ही गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को जितवाएं.
#WATCH Mulayam Singh Yadav, Akhilesh Yadav and Mayawati at a rally in Mainpuri pic.twitter.com/GxmG0OHyhL
— ANI UP (@ANINewsUP) April 19, 2019
रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि बहुत दिनों के बाद हम और मायावतीजी एक मंच पर हैं. यह बहुत खुशी की बात है. हमें एक मंच पर रहना होगा. मैनपुरी से हम बहुत बार चुनकर संसद गए हैं. यह हमारा घर है. अब आखिरी बार आपके कहने से मैं फिर लड़ रहा हूं. मैं ज्यादा आज भाषण नहीं दूंगा. इस बार मुझे पहले से ज्यादा वोट देकर जिताना.
मैनपुरी: ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन’ सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त महारैली https://t.co/cBiB861riO
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 19, 2019
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यहां पर उमड़ी भीड़ से साफ है कि आप लोग सपा संरक्षक मुलायम जी को भारी संख्या में जिताकर संसद भेजेंगे. मायावती ने कहा कि 2 जून, 1995 के गेस्टहाउस कांड को भुलाकर हम एक साथ आए हैं. कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं. मुलायम सिंह जी ने पिछड़े लोगों को जोड़ा है. वह (मुलायम) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़ी जाति के नहीं हैं.
मैनपुरी: ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन’ सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त महारैली#MahaGathbandhan से #MahaParivartan pic.twitter.com/a3GnjCDupx
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 19, 2019
मायावती ने नरेंद्र मोदी को नकली पछड़े वर्ग का बताकर अगड़े-पिछड़े की लड़ाई को हवा दे दी है. अब ऐसा लगता है कि मायावती के इस हमले के बाद मोदी पलटवार करने से नहीं चूकेंगे. मायावती ने कहा कि मुलायम ही पिछड़े वर्गों के असली नेता हैं. वह (मुलायम) पीएम नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नेता नहीं है. नकली व्यक्ति पिछड़े वर्गों का भला नहीं कर सकता है. पिछड़े वर्ग के नेता मुलायम सिंह यादव को आप जिताकर संसद भेजिए. इस चुनाव में असली और नकली के बीच पहचान जरूरत है. नकली लोगों से धोखा खाने से बचे.
मायावती ने कहा कि बीजेपी अपनी गलत नीतियों से सत्ता से बाहर जाने वाली है. बीजेपी की कोई नाटकबाजी और जुमलेबाजी नहीं चलेगी. इस बार चौकीदारी की नई नाटकबाजी बीजेपी को नहीं बचा पाएगी. अच्छे दिन का चुनावी वादा खोखला साबित हुआ. मायावती ने कहा कि इस बार चौकीदार की नाटकबाजी, जुमलेबाजी नहीं चलेगी.
मैनपुरी: ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन’ सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त महारैली#MahaGathbandhan से #MahaParivartan pic.twitter.com/p7Y5noS5QY
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 19, 2019
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वादे कभी नहीं पूरे किए. कांग्रेस अब देश में घूम-घूमकर गरीबों को वोट हासिल करने में जुट गई है. आप लोगों को बहकावे में आकर वोट देने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस कह रही है कि सरकार में आने पर थोड़ी सी आर्थिक मदद दी जाएगी. यह ढकोसला है. अगर हम सत्ता में आए तो आपको पूरी आर्थिक मदद करने के साथ ही आपको रोजगार देंगे.
मायावती ने कहा कि उम्र को तकाजे को ध्यान में रखकर मुलायमजी ने फैसला लिया है कि जब तक आखिरी सांस है वह मैनपुरी की सेवा करते रहेंगे. यह मैनपुरी के सच्चे सेवक हैं, नरेंद्र मोदी की तरह नकली सेवक नहीं है. आप लोग मुलायम सिंह को जिताकर संसद भेजिए. मायावती ने अपने भाषण के अंत में कहा- जय भीम, जय लोहिया, जय भारत
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी रिकॉर्डतोड़ वोटों से जीतेंगे. मायावतीजी को दिल से धन्यवाद. ये ऐतिहासिक क्षण है. मायावतीजी का नेताजी बहुत सम्मान करते हैं. हमारे देश के किसान दुखी हैं. लोगों के साथ धोखा हुआ. देश अभी बहुत नाजुक दौर से गुजर रहे हैं. नौजवानों का भविष्य खतरे में है. हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है. अखिलेश ने कहा कि देश की सबसे बड़ी जीत मैनपुरी से नेताजी की होगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि मैनपुरी के लोगों के लिए सपा-बसपा ने दिल्ली करीब कर दिया. अब आप लोगों की जिम्मेदारी है कि बसपा-सपा-रालोद को दिल्ली पहुंचा दे. हमें देश के प्रधानमंत्री की चौकी छिननी है.