रतलाम : रेल मंडल 2025 तक अपने पूरे 1982.28 किमी ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदल देगा। दावे में इसलिए भी दम है क्योंकि बीते दो साल में रेलवे ट्रेन, ट्रैक, स्टेशन रिडवलपमेंट, दोहरीकरण और विद्युतीकरण के विस्तार के 750 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट शुरू कर चुका है। अब उसे सिर्फ 192.61 किमी मीटरगेज के हिस्से का गेज कन्वर्जन करना है।
उज्जैन-फतेहाबाद के 26.38 किमी और खंडवा-सनावद 77.33 किमी के आमान परिवर्तन का काम जारी है। 88.90 किमी महू-सनावद गेज कन्वर्जन शुरू होने को है। रेलवे इसी दौरान ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन करना चाहता है। 2019 खत्म होने से पहले रतलाम-नीमच और रतलाम-लक्ष्मीबाईनगर तक के सेक्शन का विद्युतीकरण होगा। डीआरएम आरएन सुनकर के अनुसार यात्री सुरक्षा और सुविधा बढ़ाना हमारी पहली प्राथमिकता है। सबसे पहले जितने भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं उन्हें तय समय में पूरा करेंगे।
नए साल में ये हैं टारगेट
48 किमी नीमच-बड़ी सादड़ी नई रेल लाइन के निर्माण की शुरुआत 495 रुपए करोड़ खर्च आएगा
133 किमी लंबे रतलाम-नीमच दोहरीकरण की शुरुआत 910 करोड़ रुपए खर्च हाेंगे प्रोजेक्ट पर
नवंबर तक रतलाम-नीमच और रतलाम-लक्ष्मीबाई नगर विद्युतीकरण का काम। दिसंबर तक 22.96 किमी लंबे फतेहाबाद-उज्जैन आमान परिवर्तन का काम करना।
2020 में पूरा करना होगा इंदौर-देवास-उज्जैन 80 किमी दोहरीकरण कार्य को
11.67 किमी चित्तौड़गढ़-शंभुपूरा के दोहरीकरण का काम मई तक पूरा करना। नीमच-चित्तौड़गढ़ के 55.73 किमी दोहरीकरण कार्य को रफ्तार देना।