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बालाघाट की तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में मतदान समाप्त, 60 फीसदी से अधिक वोटिंग

भोपाल :  बालाघाट संसदीय क्षेत्र के नक्सल प्रभावित तीन विधानसभा क्षेत्रों बैहर, लांजी और परसवाड़ा मतदान चार बजे समाप्त हो गया है। यहां 60 फीसदी से ज्यादा वोटिंग होने की अनुमान है। नक्सल प्रभावित इलाका होने के चलते पोलिंग पार्टियों को शाम होने से पहले बालाघाट पहुंचना है। इसलिए मतदान का अंतिम आंकड़ा देर रात तक ही आने की संभावना है। पोलिंग पार्टियों भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला जा रहा है। मतदान के दौरान दिनभर एयरफोर्स के दो हेलिकॉप्टर दिनभर इन इलाकों की रैकी करते रहे।

दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर: चरण में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं, छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मैदान में हैं।

मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच:  इन छह सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। 2014 में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट सीट भाजपा ने जीती थीं। वहीं, अकेली छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस ने जीती थी। इन छह सीटों पर कुल 108 प्रत्याशी मैदान में हैं। सीधी में 26, शहडोल में 13, जबलपुर में 22, मंडला में 10, बालाघाट में 23 और छिंदवाड़ा में 14 उम्मीदवार हैं। छिंदवाड़ा विधानसभा उप-चुनाव में नौ उम्मीदवार मैदान में हैं। इस विधानसभा में मतदाता मतदान केंद्र पर दो बार मतदान करेंगे।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चार बजे तक मतदान: इस चरण में कुल 13,791 मतदान केंद्र और एक करोड़ 8 लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें 9,864 मतदाता अपने डाक मतपत्रों से मतदान करेंगे। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने बताया कि बालाघाट के अंतर्गत आने वाली आठ विधानसभा क्षेत्रों में से नक्सल प्रभावित तीन विधानसभा क्षेत्रों बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे रहेगा। मंडला और बालाघाट में सेना के दो हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। जबलपुर में एयर एम्बुलेंस तैनात ।

शाम छह बजे तक होगा मतदान:  शेष सभी संसदीय क्षेत्रों और बालाघाट के शेष विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। इन संसदीय क्षेत्रों में 28,959 बैलेट यूनिट, 18,486 कंट्रोल यूनिट और 19,254 वीवीपैट का उपयोग किया जाएगा। तीन संसदीय क्षेत्रों बालाघाट, सीधी और जबलपुर में 16 से अधिक और 32 से कम उम्मीदवार होने के चलते प्रत्येक बूथ पर दो-दो बैलेट यूनिट लगाई जाएंगी।

कहां किसके बीच मुकाबला:

  • जबलपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की प्रतिष्ठा दाव पर है। उनका मुकाबला कांग्रेस के विवेक कृष्ण तन्खा से हैं। 2014 का चुनाव विवेक तन्खा राकेश सिंह से हार गए थे।
  • सीधी में भाजपा ने मौजूदा सांसद रीति पाठक को ही दोबारा टिकट दिया। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह को उतारा है।
  • शहडोल में भाजपा के मौजूदा सांसद ज्ञानसिंह टिकट कटने से खफा हैं। उन्होंने निर्दलीय उतरकर भाजपा को चुनौती दे दी। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने दल बदलकर आए नेताओं को टिकट दिया। यानि, भाजपा की उम्मीदवार हिमाद्री यहां से पिछला लोकसभा उपचुनाव बतौर कांग्रेस उम्मीदवार लड़ चुकी हैं। वहीं कांग्रेस ने जिन पूर्व विधायक प्रमिला सिंह को उम्मीदवार बनाया है उन्होंने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है।
  • मंडला में भाजपा ने मौजूदा सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते पर फिर से भरोसा जताया है। कांग्रेस ने कमल मरावी को उतारा है। कुलस्ते क्षेत्र के बड़े नेता हैं, परंतु आदिवासी गौंगपा (गौंडवाणा गणतंत्र पार्टी) का यहां दबदबा रहता है और कांग्रेस ने उसी पार्टी के मरावी को कांग्रेस में शामिल कर भाजपा को चुनौती दी।
  • बालाघाट सीट पर इस बार भाजपा के लिए कठिन साबित हो सकती है। भाजपा ने वर्तमान सांसद बोध सिंह भगत का टिकट काटकर ढाल सिंह बिसेन को प्रत्याशी बनाया। ऐसे में वहां पर जमकर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। आखिर में बोध सिंह भगत ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया और पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं, कांग्रेस ने मधु सिंह भगत को टिकट दिया।
  • छिंदवाड़ा सीट पर कमलनाथ की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र नकुलनाथ चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार नत्थन शाह कवरेती से है। भाजपा नया और आदिवासी चेहरा उतारकर कांग्रेस को उसके गढ़ में घेरना चाहती है।

मोदी और राहुल की सभाएं : चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधी और जबलपुर में चुनावी सभा की। इससे पहले 23 अप्रैल को राहुल गांधी ने जबलपुर के सीहोरा और शहडोल में सभाएं की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 23 को ही खजुराहो में सभा कर चुके हैं। कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में यहां लगातार प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को जबलपुर में कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तन्खा ने सभा की।

 

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