भोपाल: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को भाजपा की ओर से जारी किए गए आरोपपत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि जो लोग राज्य की पंद्रह साल और केंद्र की पांच साल का हिसाब नहीं दे रहे हैं, वे कांग्रेस की लगभग चार माह पुरानी सरकार पर असत्य आरोप लगा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आरोपपत्र में एक भी आरोप सच नहीं हैं। आरोपपत्र में जो भी बातें कही गयी हैं, वे झूठी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा आरोपपत्र के जरिए सच्चाई सामने लाती तो बेहतर होता। सरकार की नाकामयाबी बताती, तो उसे सुधारने का प्रयास किया जाता।
21 लाख किसानों का कर्ज माफ
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा के माध्यम से जारी प्रतिक्रिया में कहा है कि भाजपा इस आरोपपत्र में कह रही है कि अभी तक एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ। किसी को भी कर्ज माफी के प्रमाणपत्र नहीं मिले। जबकि सच्चाई ये है कि लगभग 21 लाख किसानों का कर्ज माफ हो चुका है। उनके खाते में कर्ज माफी की राशि पहुंच चुकी है और उन्हें क़र्ज़माफ़ी के प्रमाणपत्र भी जारी हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य सरकार के एक और निर्णय 2 लाख तक के कृषि उपकरणों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी के निर्णय पर भी सवाल उठाकर झूठ परोस रही है। बिजली को लेकर भी आरोपपत्र में झूठे आरोप लगाए गए हैं। बिजली संकट की बात की गयी है। जबकि प्रदेश में बिजली सरप्लस उपलब्ध है। प्रदेश में बिजली का कोई संकट नहीं है। हम डिमांड की शत-प्रतिशत पूर्ति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम युवा स्वाभिमान योजना के तहत शहरी युवाओं को 100 दिन के रोजगार देने का काम कर रहे हैं। हमने अपनी उद्योग नीति में परिवर्तन कर 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की शर्त रखी है। उसको लेकर भी इस आरोप पत्र में झूठ परोसा गया है। हमनें पिछड़े वर्ग के आरक्षण को 14% से बढ़ाकर 27% किया है। उसको लेकर हम दृढ़ संकल्पित है। उसको लेकर भी आरोपपत्र में झूठ परोसा गया है।