भोपाल : अवधपुरी स्थित शिव संगम नगर में शुक्रवार शाम घर के बाहर खेल रहे छह साल के मासूम को आवारा कुत्तों ने नोंच-नोंच कर मार डाला। संजू के पिता हरिनारायण जाटव ने बताया कि यहां के कुत्ते खूंखार हैं। पत्थर मारे, शोर मचाया, इसके बावजूद कुत्तों को भगाने में आठ-दस मिनट लग गए। रहवासियों की मानें तो पास में ही एक दूध डेयरी है। जब भी डेयरी के जानवर मरते हैं उन्हें पीछे की ओर फेंक दिया जाता है। कुत्ते इन जानवरों का मांस खाकर और भी खूंखार हो गए हैं। स्थानीय रहवासी हाकिम सिंह ने बताया कि करीब चार महीने पहले आवारा कुत्ताें के संबंध में नगर निगम के काॅल सेंटर पर शिकायत की थी। निगम की गाड़ी अाई और चार कुत्ताें काे पकड़कर ले गए गई थी। चार-पांच दिन बाद वही गाड़ी आकर छह-सात कुत्ताें काे छाेड़ गई थी। जाे नए कुत्ते छाेड़े गए थे वे और भी ज्यादा खूंखार हैं।
बेटे का हाल देख सिसकती रही मां : संजू इकलौता बेटा था। उसकी दो बहनें हैं, इनमें से एक का जन्म तो एक अप्रैल को ही हुआ है। इस डिलीवरी के बाद ही डॉक्टरों ने बताया कि सावित्री अब मां नहीं बन सकती। वह इस बात से सदमें में थी। एक महीने बाद ही इकलौते बेटे को हमेशा के लिए खो देने का दर्द अब उसे ताउम्र सालता रहेगा। बीती 5 अप्रैल को ही संजू छह साल का हुआ था। 4 दिन पहले हुई डिलीवरी के कारण उस दिन मां अस्पताल में थी। इसलिए उसका जन्मदिन नहीं मनाया जा सका। हरिनारायण ने बताया कि संजू का गांव में दूसरी कक्षा में दाखिला कराना था।
हमेशा की तरह हादसे के बाद सक्रिय : हादसे की सूचना मिलने के बाद रात साढ़े नाै बजे क्षेत्रीय ऐएचओ राकेश शर्मा माैके पर पहुंचे। उनके साथ निगम की डाॅग स्क्वायड की गाड़ी और डाॅग केचर अमला था। निगम का डाॅग स्क्वायड अमला देर रात तक यहां आवारा कुत्ताें काे पकड़ने के लिए सक्रिय रहा।
इन हादसों से भी सबक नहीं
18 सितंबर 2018: गाेकुलधाम काॅलाेनी में छह साल के अदिवित्य पर कुत्ताें ने हमला किया था। उसे 100 से ज्यादा टांके अाए थे।
2 मई 2018: फतेहगढ़ में फायर स्टेशन के पास साढ़े तीन साल के फवाद उल्ला पर कुत्ताें ने हमला किया था।
1 फरवरी 2018: गाैतम नगर में डेढ़ साल के रजा काे कुत्ताें ने नाेंच-नाेंचकर मार डाला था।