नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद भारत की एयर स्ट्राइक, कूटनीतिक दबाव और एलओसी पर सेना की जवाबी कार्रवाई के चलते पाकिस्तान सीमा पर तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है। भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी सेना एलओसी से अपने स्पेशल सर्विस ग्रुप को हटाने के लिए भी तैयार है। पाक सेना ने एलओसी के करीब स्थित आतंकियों के लॉन्च पैड्स अस्थायी तौर पर बंद कर दिए। हालांकि, भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद और घुसपैठ पर रोक ही शांति का एकमात्र रास्ता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत होती रहती है। दोनों देशों के डीजीएमओ भी मिलते हैं। पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्प पर एयरस्ट्राइक की। इसके बाद एलओसी पर तनाव बढ़ गया। भारतीय सेना ने एलओसी पर सीमा पार से होने वाली फायरिंग का बेहद सख्त जवाब दिया। पिछले दिनों भारतीय सेना के अफसरों ने बताया था कि जवाबी कार्रवाई में पाक को भारत की तुलना में 5-6 गुना ज्यादा नुकसान हुआ है।
पुलवामा हमले के बाद से तैनात है पाक की स्पेशल यूनिट
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत का दबाव इतना ज्यादा है कि पाकिस्तानी सेना अब एलओसी से अपनी सबसे मजबूत यूनिट (स्पेशल सर्विस ग्रुप या एसएसजी) को हटाने पर भी तैयार हो गई है। उसने तोपखाने के इस्तेमाल पर भी रोक की बात कही है। ये यूनिट पुलवामा हमले में हमारे 40 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद तैनात की गई थी। लेकिन, भारतीय सेना ने एयरस्ट्राइक से पहले ही एलओसी पर तैयारी दुरुस्त कर ली थी।
कूटनीतिक दबाव भी बढ़ा
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर सिर्फ सैन्य नहीं बल्कि कूटनीतिक दबाव भी बहुत ज्यादा हो गया। अमेरिका, रूस, फ्रांस के साथ ही उसके करीबी दोस्त चीन ने भी उसे नसीहत दी। यूएन द्वारा मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया गया। पाक एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है और अब ब्लैक लिस्ट होने का खतरा भी मंडराने लगा है। ऐसे में चरमराती अर्थव्यवस्था को आईएमएफ से भी कर्ज मिलने में भी बहुत मुश्किल होगी।
भारत की लगातार कार्रवाई के चलते तबाह चौकियां भी तैयार नहीं कर पा रहा पाक
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चौतरफा दबाव के बाद अब पाकिस्तानी सेना ने एलओसी के करीब आतंकियों के लॉन्च पैड्स अस्थायी तौर पर बंद कर दिए। बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद पड़ोसी को लगने लगा है कि भारत हर हरकत का जवाब देगा। जानकारी के मुताबिक, मानसून से पहले भारतीय सेना अपने बंकरों का मेंटेनेंस करती है। हर बार पाकिस्तान इसमें खलल डालता था लेकिन इस बार वो बिल्कुल चुपचाप रहा। इतना ही नहीं भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जो चौकियां तबाह की थीं, उन्हें फिर से तैयार करने का मौका भी दुश्मन को नहीं दिया गया।