लखनऊ: राजस्थान के अलवर में दलित महिला के साथ सामुहिक दुष्कर्म की घटना पर सियासत गरम है। मोदी ने उत्तरप्रदेश की रैली में बसपा प्रमुख मायावती पर सिर्फ बयानबाजी कर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर बहनजी को दलित बेटियों की इतनी ही चिंता है तो इस अपराध को छिपाने वाली राजस्थान सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लेतीं। इस पर मायावती ने कहा कि गुजरात के उना कांड, रोहित बेमुला की मौत और दलितों पर अत्याचार को लेकर मोदी क्यों इस्तीफा नहीं देते हैं।
मायावती ने कहा, ”बसपा अलवर कांड पर नजर बनाए हुए हैं। समय रहते राज्य सरकार ने उचित कार्रवाई नहीं की तो हम सही फैसला लेंगे। राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकारों से हम कैसे निपटेंगे, यह अच्छी तरह से पता है। पहले भाजपा अन्य राज्यों में दलितों के पर हो रहे अत्याचारों पर अपनी जवाबदेही तय करे। इस अलवर कांड की आड़ में प्रधानमंत्री मोदी घृणित राजनीति न करें।”
दुष्कर्म की घटना पर बहनजी घड़ियाली आंसू बहा रहीं
मोदी ने कुशीनगर में कहा, ”सपा, बसपा और कांग्रेस की महामिलावट कैसे काम करती है। इसका उदाहरण राजस्थान है। एक दलित बेटी के साथ अलवर में सामूहिक दुष्कर्म हुआ। वहां कांग्रेस की सरकार बसपा के समर्थन से चल रही है। कांग्रेस और बसपा दलित बेटी के साथ हुए अपराध को दबाने में जुटी हैं। न्याय, न्याय रटने वाले नामदार के मुंह पर बलात्कारियों ने ताला लगा दिया। बहनजी (मायावती) आपके साथ गेस्ट हाउस में जो हुआ था, उससे सारे देश की बहनों और बेटियों को पीड़ा हुई थी। आज बेटियां पूछ रही हैं कि अगर आप उनकी सुरक्षा के प्रति ईमानदार हैं तो राजस्थान में समर्थन वापस लीजिए। लेकिन वे सिर्फ बयानबाजी कर घड़ियाली आंसू बहा रहीं।”
क्या है अलवर कांड?
अलवर में 26 अप्रैल दलित महिला से 5 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपियों ने बाइक से जा रहे दंपती को रोक लिया और पति को बंधक बना लिया था। इतना ही नहीं आरोपियों ने कुछ दिन बाद घटना का एक वीडियो भी वायरल कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने चुनाव के कारण पीड़ित महिला की शिकायत को चार दिन तक दबाए रखा था। इसके बाद कई दलित संगठनों ने अलवर और जयपुर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए।