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आईआईटी की राह होगी आसान, 73 हजार छात्रों ने नहीं कराया एडवांस्ड में पंजीयन

भोपाल। देशभर की 23 आईआईटी में एडमिशन के लिए इस बार बीते वर्ष की तुलना में कटऑफ नीचे जा सकता है। इसकी वजह है कि इस बार जेईई एडवांस्ड में छात्र-छात्राओं का रुझान कम ही दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि जेईई मेन में बेहतर अंक हासिल करने वाले करीब 2.45 लाख परीक्षार्थियों को एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराना था। इस बार जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए अंतिम तिथि 9 मई थी, जो कि निकल चुकी है। इसमें इस बार एक लाख 73 हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 72 हजार छात्रों ने जेईई एडवांस के लिए चयनित होने के बाद भी एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है।

जेईई एडवांस्ड की तैयारी कराने वाले टीचर्स का कहना है कि आईआईटी में यह पहला मौका है, जब जेईई मेन रैंकिंग में जेईई एडवांस के लिए चयनित होने के बाद भी छात्र जेईई एडवांस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कर रहे हैं। यह आंकड़ा बेहद बड़ा है और चौकाने वाला है। जेईई एडवांस रजिस्ट्रेशन विंडो बंद हो गई है और ऐसे में एक लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन होना संभव नहीं है। क्योंकि अधिकतर छात्र रजिस्ट्रेशन विंडो ओपन होते ही रजिस्टर्ड हो जाते हैं। जबकि आखिरी दिन रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों की संख्या आईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ाई का सपना देखने वाले छात्रों में बेहद कम होती है।

अधिकांश छात्रों के अभिभावकों का सपना होता है कि आईआईटी से बीटेक करने का रहता है। इसीलिए आईआईटी में दाखिले के लिए अभिभावक लाखों रुपए सालाना फीस देकर बच्चे को कक्षा 9वीं से कोचिंग कराना शुरू कर देते हैं। हालांकि जेईई एडवांस 2019 में आईआईटी में दाखिले का ट्रेंड बदला दिख रहा है। वहीं कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि इस बार ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट में आई दिक्कत की वजह से भी आवेदन कम हुए हैं।

यहां होंगा पेपर : जेईई एडवांस्ड के पेपर के लिए प्रदेश के चार शहरों का चयन किया गया है। इनमें ग्वालियर, भोपाल, इंदौर और जबलपुर शामिल हैं। एडवांस्ड का यह पेपर 27 मई को ऑनलाइन होगा। इसमें एक पेपर सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरा पेपर दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक रहेगा। इन पेपर में शामिल होने के लिए एडमिट कार्ड 20 मई को अपलोड कर दिए जाएंगे। आंसर-की 4 जून को अपलोड होंगी।

स्टूडेंट्स के पास हैं कई विकल्प : जेईई-मेन में अपेक्षानुसार अच्छी पर्सेंटाइल नहीं आने वाले छात्रों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे स्टूडेंट्स के पास आईआईटी और एनआईटी के अलावा भी कई मुख्य इंजीनियरिंग संस्थान, बिट्स पिलानी, वीआईटी, मनीपाल, आईपीयू, अमृता, एसआरएम, क्यूसेट, एएमयू, कॉमेडके, यूपीईएस, सीएमआई, आईएसआई, एनमेट, कलिंगा, ट्रिपल आईटी हैदराबाद, एलपीयू जैसे इंजीनियरिंग संस्थानों के विकल्प उपलब्ध हैं।

ऐसे समझे जेईई क्यों है महत्वपूर्ण : इंजीनियरिंग की देश की सबसे बड़ी एवं प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड के माध्यम से देशभर की 23 आईआईटी में 11,279 सीटों प्रवेश दिया जाता है। वहीं जेईई-मेन्स के माध्यम से 31 एनआईटी, 23 ट्रिपल आईटी और 23 जीएफटीआई की लगभग 25 हजार सीटों पर प्रवेश मिलता है। उनमें से कुल करीब 35 हजार विद्यार्थियों को ही आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी एवं जीएफटीआई में प्रवेश मिल पाता है।

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