जयपुर/अलवर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को अलवर में थानागाजी की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि मेरे लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है। मेरे लिए इमोशनल मुद्दा है। पीड़िता को न्याय जरूर मिलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी उनके साथ थे। राहुल पहले बुधवार को यहां आने वाले थे, लेकिन उनका दौरा स्थगित हो गया था।
राहुल ने कहा- ऐसी घटना को हम सहन नहीं कर सकते। जैसे ही मैंने यह बात सुनी मैंने अशोक गहलोत जी को फोन किया। उन्होंने कहा- राजस्थान ही नहीं, हिंदुस्तान में यह संदेश देना है कि हमारी जो माताएं-बहनें हैं उनके साथ ऐसा बर्ताव न हो। पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा। आरोपियों के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई होगी। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया। एक परिवार से मिलने आया हूं। उन्होंने जो भी कहा है उस पर एक्शन लूंगा।
Congress President Rahul Gandhi: Soon after I heard about the incident (Alwar gang rape) I spoke to Ashok Gehlot Ji. This is not a political issue for me. I met the victim’s family and they have sought justice which will be done. Action will be taken against culprits. #Rajasthan pic.twitter.com/rjJVoVgmtQ
— ANI (@ANI) May 16, 2019
इतने लोग घर आए कि पीड़िता की पहचान उजागर हो गई
गैंगरेप पीड़ित दंपती और उनका परिवार घटना सामने आने के बाद लगातार लोगों की आवाजाही और इससे हुई बदनामी से परेशान है। पीड़िता के पिता ने कहा कि सात दिन में इतने नेता और लोग घर पहुंचे कि पूरे इलाके और समाज को पता चल गया कि वीडियो में दिखे पति-पत्नी का घर यही है। परिवार ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित दंपती को सरकारी नौकरी देकर किसी ऐसी जगह भेज दिया जाए, जहां कोई उनको पहचान न सके।
क्या है मामला?
घटना 26 अप्रैल की है। थानागाजी के रहने वाले एक दंपति बाइक पर जा रहे थे तभी पांच युवकों ने पीछा करके उन्हें रोक लिया। उन्हें जबरन जंगल में ले गए। वहां पति के सामने महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने इसका वीडियो भी बनाया। बताया जाता है के पीड़ित थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने चुनाव में व्यस्तता का हवाला देकर एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई। तब 2 मई को एफआईआर दर्ज की गई।