भोपाल: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर साध्वी प्रज्ञा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चुनाव आयोग ने आगर-मालवा के जिला निर्वाचन अधिकारी से मांगी तथ्यात्मक रिपोर्ट को केंद्रीय चुनाव आयोग को भेज दी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है कि पार्टी ने हमेशा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जब साध्वी प्रज्ञा ने खेद प्रकट करते हुए माफी मांग ली है और ये कहते हुए कि ये उनका निजी विचार था तो इसमें अब कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे।
प्रज्ञा ठाकुर ने मांगी थी माफी
हालांकि जब इसमें हंगामा हुआ तो भाजपा ने साध्वी प्रज्ञा के बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। प्रज्ञा ठाकुर ने बाद में माफी मांगते हुए कहा- ये मेरी निजी राय थी। मेरा इरादा किसी की भावनाएं भड़काने का नहीं था। अगर मैंने किसी को आहत किया हो तो उसके लिए माफी मांगती हूं। मेरे बयान को मीडिया ने तोड़ा-मरोड़ा।
पार्टी ने कर लिया किनारा
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक भूचाल मच गया था। इसको लेकर वो पार्टी के अंदर ही घिर गईं। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के बयान से भाजपा सहमत नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से स्पष्टीकरण मांगेगी।
इधर, बुरहानपुर में साध्वी की तबियत खराब
भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह बुरहानपुर में चुनाव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थी, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने की वजह वे रोड शो में शामिल नहीं हुईं। बताया जा रहा है कि ब्लड प्रेशर बढ़ने से उन्होंने सारे कार्यक्रमों में शामिल होना स्थगित कर दिया है। यहां वे भाजपा प्रत्याशी नंदकुमार सिंह चौहान के पक्ष में रोड शो करने पहुंची थीं।