नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के दौरान राफेल डील का मामला चुनावी मुद्दा बना रहा. कांग्रेस और अध्यक्ष राहुल गांधी इस डील पर सरकार को जमकर घेरते रहे. लेकिन अब चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद इस संबंध में बड़ी खबर फ्रांस से आ रही है, जहां कुछ अज्ञात तत्वों की ओर से भारतीय राफेल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम में घुसपैठ की कोशिश की गई. इस घटना से भारतीय वायुसेना अलर्ट हो गई है.
Indian Air Force Rafale office broken into in France
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— ANI Digital (@ani_digital) May 22, 2019
इस साल सितंबर में भारतीय बेड़े में शामिल होने वाले राफेल विमान डील को लेकर देश में जहां लंबे समय से राजनीतिक भूचाल बना रहा, वहीं फ्रांस में राफेल से जुड़ी भारतीय टीम में घुसपैठ की कोशिश की गई. सूत्र बताते हैं कि रविवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस के एक उपनगर में भारतीय एयरफोर्स राफेल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम में घुसपैठ की कोशिश की गई. इस कोशिश के बाद भारतीय वायुसेना (आईएएफ) अलर्ट हो गई है. इस संबंध में और जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है.
फ्रांस में भारतीय वायुसेना की टीम की अगुवाई ग्रुप कैप्टन रैंक के एक अधिकारी कर रहे हैं, जिनका काम 36 राफेल विमान के निर्माण और भारतीय अधिकारियों की ट्रेनिंग पर नजर रखना है. सूत्रों के अनुसार, एयर फ्रांस ने इस घटना के बारे में पहले ही भारतीय रक्षा मंत्रालय को सूचित कर दिया है. भारतीय वायुसेना इस हरकत के बारे में ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश में लगी है.
दसॉल्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में ही भारत के लिए राफेल विमान तैयार किए जा रहे हैं. अगले 5 सालों में फ्रांस 36 राफेल विमान भारत को देगा, जिसकी शुरुआत इस साल सितंबर से हो जाएगी. शेष राफेल विमान पहली डिलीवरी के अगले 25 महीनों में देने हैं. भारत ने फ्रांस के साथ जिन 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा किया है, उसकी पहली खेप इस साल सितंबर में आनी है.
पिछले साल सितंबर में भारतीय वायुसेना की 6 सदस्यीय टीम ने फ्रांस के दसॉल्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का दौरा किया था. इस दौरान वायुसेना के डिप्टी चीफ एयर मार्शल रघुनाथ नांबियार ने पहले भारतीय राफेल कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट पर उड़ान भी भरी थी.