नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद अपनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नवनिर्वाचित सांसदों को तमाम मुद्दों पर नसीहत दी है. नए चुनकर आए सासंदों से पीएम मोदी ने शनिवार को कहा कि हमारा मोह हमें संकट में डालता है. इसलिए हमारे नए और पुराने साथी इन चीजों से बचें क्योंकि अब देश माफ नहीं करेगा. हमारी बहुत बड़ी जिम्मेदारियां हैं. हमें इन्हें निभाना है. वाणी से, बर्ताव से, आचार से, विचार से हमें अपने आपको बदलना होगा.
संसद के सेंट्रल हॉल में अपने करीब 75 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘हम न हमारी हैसियत से जीतकर आते हैं, न कोई वर्ग हमें जिताता है, न मोदी हमें जिताता है. हमें सिर्फ देश की जनता जिताती है. हम जो कुछ भी हैं मोदी के कारण नहीं, जनता जनार्दन के कारण हैं. हम यहां अपनी योग्यता के कारण नहीं हैं, जनता जनार्दन के कारण हैं.
वीआईपी कल्चर से दूर रहें
नवनिर्वाचित सांसदों को वीआईपी कल्चर से बचने की सलाह देते हुए मोदी ने कहा, ‘वीआईपी कल्चर से देश को बड़ी नफरत है. हम भी नागरिक हैं तो कतार में क्यों खड़े नहीं रह सकते. मैं चाहता हूं कि हमें जनता को ध्यान में रखकर खुद को बदलना चाहिए. लाल बत्ती हटाने से कोई आर्थिक फायदा नहीं हुए, जनता के बीच अच्छा मैसेज गया है. उन्होंने कहा कि सांसदों को जरूरत पड़ने पर अन्य नागरिकों की तरह कतारों में भी खड़ा होना चाहिए.