भारत ने सोमवार को आकाश-1एस मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह मिसाइल सतह से हवा में मार करके दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है. पिछले दो दिनों में मिसाइल का यह दूसरा सफल परीक्षण है. यह आकाश मिसाइल का नया वर्जन है, जिसमें अचूक निशाना लगाने वाली स्वदेशी तकनीक लगी है. इस मिसाइल का निर्माण डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने किया है.
आकाश मिसाइल फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइल को ध्वस्त कर सकती है. आकाश मिसाइल ब्रह्मोस की तरह सुपरसॉनिक मिसाइल है, जिसकी अधिकतम रफ्तार 2.5 मैक (3,087 किलोमीटर प्रति घंटा) है. यह मीडियम रेंज मिसाइल है, जो 25 किलोमीटर तक मार कर सकती है.
#WATCH DRDO yesterday successfully test fired the Akash-1S surface to air defence missile system in Balasore off the Odisha coast. It is a new version of the missile fitted with an indigenous seeker. It was the second successful test of the missile. pic.twitter.com/XuaHTTC46F
— ANI (@ANI) May 28, 2019
कमांड गाइडेंस सिस्टम के साथ यह 60 किलो तक विस्फोटक ले जाने में सक्षम है. किसी भी मौसम में यह मार कर सकती है. इस मिसाइल का पहला परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर रेंज से साल 2017 में किया गया था. इस मिसाइल की कामयाबी के बाद भारत को जमीन से हवा में मार करने वाली तकनीक हासिल हो गई थी.