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पण्डित नेहरू ने भारत की अखंडता को कायम रखा

भोपाल: मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भारत के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय पण्डित जवाहर लाल नेहरू की पुण्य-तिथि 27 मई की पूर्व संध्या पर उनका स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्री नाथ ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया कि वे पण्डित नेहरू के विचारों और योगदान से परिचित हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पण्डित नेहरू ने भारत की अनेकता में एकता की विरासत को समृद्ध बनाये रखते हुए भारत की अखंडता कायम रखी। वे आधुनिक भारत के निर्माता थे। उनके बिना अखंड भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। उनके विचार वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ज्यादा प्रासंगिक हो गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पण्डित नेहरू साम्प्रदायिकता के घोर विरोधी थे। वे संस्थाओं के निर्माण और शांति की स्थापना के लिये हमेशा तत्पर रहते थे। वे विचारों की स्पष्टता के लिये विख्यात थे। भारत को आधुनिक बनाने में नेहरू जी का योगदान हमेशा याद रहेगा। उन्होंने कहा कि आज के भारत की नींव पण्डित नेहरू ने रखी थी। औद्योगीकरण की शुरूआत हो या वैज्ञानिक अभिरूचि पैदा करने की पहल या संसदीय प्रजातंत्र की नींव रखने की बात, पण्डित नेहरू का योगदान अतुल्य है।

जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.प. जवाहर लाल नेहरू की पुण्य-तिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

स्वप्न दृष्टा थे पंडित नेहरू

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने भारत के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय पण्डित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि पंडित नेहरू संस्थाओं को बनाने वाले स्वप्न दृष्टा थे। उन्होंने कहा था कि गांवों की समृद्धि से ही भारत की समृद्धि संभव है। उनका यह भी कहना था कि सहकारिता और पंचायत मिलकर गांवों की आर्थिक समृद्धि ला सकते हैं। सहकारिता के माध्यम से आर्थिक जीवन और पंचायतों के माध्यम से सामाजिक जीवन में परिवर्तन लाया जा सकता है।

श्री पटेल कहा कि राज्य सरकार पण्डित नेहरू के आदर्शों को आत्मसात करते हुए विकास योजनाओं पर काम कर रही है।

जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.प. जवाहर लाल नेहरू की पुण्य-तिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।.

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