इंदौर: कृषि मंत्री सचिन यादव से वार्ता विफल होने के बाद भारतीय किसान यूनियन की बुधवार से प्रदेशव्यापी हड़ताल शुरू हो गई। यदि यह हड़ताल अपने निर्धारित तीन दिन तक चली तो शहरों में दूध, सब्जी आदि की किल्लत हो सकती है। भारतीय किसान यूनियन कर्ज माफी, समर्थन मूल्य, अपनी उपज का मूल्य तय करने के अधिकार आदि मांगों को लेकर हड़ताल पर जा रहा है। इसी कड़ी में धार-झाबुआ सहित पूरे मालवा-निमाड़ के किसान हड़ताल पर चले गए हैं।
मिली जानकारी अनुसार धार जिले के किसान विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन प्रदेश इकाई के नेतृत्व में दो चरणों में आंदोलन करेंगे। पहले चरण में 29 से 31 मई तक तीन दिनी हड़ताल होगी। इसके बाद 10 जून से पहले आंदाेलन होगा। इस दौरान किसान दूध, फल, सब्जी व अनाज शहर की मंडियों व अन्य जगहों पर नहीं बेचेंगे।
दूसरी, ओर भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र पाटीदार का कहना है कि यूनियन ने हमारे संघ से आंदोलन के संबंध में किसी प्रकार की कोई चर्चा नहीं की है। हमारे पास कोई कार्ययाेजना नहीं है। इसलिए किसान संघ इस आंदोलन में शामिल नहीं है। इधर आंदोलन के दौरान शांति व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए एसपी बीरेंद्र सिंह ने जिले के सभी टीआई व अधिकारियों की मंगलवार को बैठक ली। पुलिस जिले के किसान संगठनों से उनके सदस्य किसानों की संख्या व कार्ययोजना के बारे में जानकारी जुटा रही है।
पिछली बार जिन पर प्रकरण बने उन पर नजर
बैठक में एसपी सिंह ने कहा कि आंदोलन के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो। इसके लिए हर जगह नजर रखें। पिछली बार के आंदोलन के समय जिन लोगों पर प्रकरण बनाए गए थे। उनकी जानकारी निकालें। वे लोग कहां हैं और किस तरह की गतिविधियों में हैं। उक्त संगठनों से उनका क्या संबंध है। बदनावर, धामनोद, सरदारपुर, धार के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां गत आंदोलन के समय विवादों की स्थिति बनी थी वहां विशेष तौर पर नजर रखें।
हम किसी पर कोई दबाव नहीं बनाएंगे
किसान यूनियन संघ के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पाटीदार ने कहा कि आंदोलन में किसान अपनी स्वेच्छा से शामिल हो सकते हैं। हम किसी भी किसान पर कोई दबाव नहीं बनाएंगे। यदि कोई किसान सब्जी, दूध बेचना चाहता है तो वह बेच सकता है। हमारे साथ अन्य कोई संगठन शामिल नहीं हैं। यह आंदोलन सभी किसानों के हितों के लिए किया जा रहा है। इस हड़ताल से किसी अस्पताल, मरीज या कोई जरूरतमंद को परेशानी नहीं आने देंगे।
हमसे किसी ने कोई चर्चा नहीं की, कार्य जारी रखेंगे : किसान संघ
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र पाटीदार ने कहा कि हमारे पास जिले के सरदारपुर, बदनावर व धार तहसील में 9 हजार किसान सदस्य हैं। हमसे किसी भी संगठन ने आंदोलन के संबंध में कोई चर्चा नहीं की है। हम इस आंदोलन में शामिल नहीं है। सभी किसान सुचारू रूप से अपना कार्य जारी रखेंगे।
मांगें क्या है
- स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाए।
- कृषि को लाभ का धंधा बनाया जाए।
- मंडी में उपज समर्थन मूल्य से नीचे दाम पर बिकने पर रोक लगे।
- सरकार की तरफ से किसान कर्ज माफी स्पष्ट हो।
- 2 लाख तक कर्ज माफी में सभी किसानों को समानता से राशि दी जाए।
- फसल बीमा योजना में सुधार किया जाए।