प्रधानमंत्री के रूप में कल (30 मई) से नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी शुरू होने जा रही है. इससे पहले हर तरफ चर्चा इस बात को लेकर है कि मोदी की नई टीम में किस-किस को जगह मिलेगी. मंत्रिमंडल को लेकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व में भी माथापच्ची चल रही है. मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास में साढ़े चार घंटे से ज्यादा नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बीच गहन विमर्श हुआ.
माना जा रहा है कि आज कैबिनेट पर तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी और यह पता लग जाएगा कि मोदी कैबिनेट में कितने नए चेहरों को शामिल किया जाना है और कितने पुराने चेहरों को फिर से मौका दिया जाएगा. हालांकि, अब तक कोई भी नेता इस विषय पर विचार रखने को राजी नहीं है.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद जब नरेंद्र मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए के सभी 353 सांसदों को संबोधित किया तो मोदी ने मंत्रिमंडल का भी जिक्र किया. इस दौरान मोदी ने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि बहुत लोग मंत्री बनवाने में लगे हुए हैं, लेकिन किसी को गुमराह होने की जरूरत नहीं है. यहां तक कि पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि अगर किसी सांसद को को मंत्री बनने के संबंध में हेडक्वॉर्टर से फोन आता है तो उसे भी वैरिफाइ कर लें, क्योंकि कई बार झूठी कॉल भी कर दी जाती है.
आज का दिन कुछ ऐसा ही है, जब संभावित मंत्रियों को बुलावा भेजा जाएगा. क्योंकि कल (शाम 7 बजे) शपथ ग्रहण समारोह होना है, ऐसे में यह माना जा सकता है कि आज शाम तक उन सांसदों को सूचित कर दिया जाएगा जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है.