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मोदी सरकार-2 : मंत्री बनने वाले नेताओं की मोदी से मुलाकात शुरू

नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार गुरुवार को दूसरी बार शपथ लेगी। इसमें 64 मंत्री हो सकते हैं। शपथ समारोह शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होगा। इससे पहले मंत्रीपद संभालने वाले नेताओं ने मोदी से लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की। इस बीच, शपथ से पहले ही गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघानी ने शाह को फोन कर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की बधाई दी। इस बार विदेश और वित्त मंत्रालय को लेकर सस्पेंस बरकरार है। 2014 में 45 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। हालांकि, बाद में कुल मंत्रियों की संख्या 76 हो गई थी।

डीवी सदानंद गौड़ा, गिरिराज सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रकाश जावड़ेकर, हरसिमरत कौर बादल, मनसुख मांडविया, नितिन गडकरी, रामविलास पासवान, जितेंद्र सिंह, नित्यानंद राय, निरंजन ज्योति, बाबुल सुप्रियो, देवश्री चौधरी, रामेश्वर तेली, वीके सिंह, श्रीपद येसो नाइक और रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई नेता मोदी के आवास पर पहुंचे। इनमें चौंकाने वाला नाम पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर का है। वे भी मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे।

बापू, अटल और शहीदों को नमन

शपथ से पहले मोदी ने आज सुबह ही महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को उनके समाधि स्थल जाकर श्रद्धांजलि दी। वे शहीदों को नमन करने वॉर मेमोरियल भी पहुंचे।

अटलजी होते तो बहुत खुश होते

मोदी ने अटलजी को याद करते हुए ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा- मैं हर एक मौके पर प्यारे अटलजी को याद करता हूं। वे यह देखकर बहुत खुश होते कि भाजपा को लोगों की सेवा करने का इतना अच्छा मौका मिला। अटल जी के जीवन और कार्य से प्रेरित होकर, हम सुशासन बढ़ाने और जीवन को बदलने का प्रयास करेंगे।

शाह को मिल सकता है वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें नए मंत्रिमंडल में शामिल न करने का आग्रह किया है। गुरुवार को उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा। इसके बाद माेदी रात काे 8:50 बजे जेटली के आवास पर मिलने पहुंचे और उनका हालचाल जाना। जेटली की गैर मौजूदगी से वित्त मंत्रालय का प्रभार पीयूष गोयल के पास रहा, लेकिन अब यह जिम्मेदारी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपे जाने की चर्चा है।

विदेश मंत्रालय के लिए सीतारमण, गडकरी, स्मृति के नामों की चर्चा

निवर्तमान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी इस बार चुनाव नहीं लड़ीं। उन्होंने भी मंत्री पद न संभालने की मंशा जाहिर की है। ऐसे में विदेश मंत्री के नाम पर भी संस्पेंस है। सूत्रों के मुताबिक, यह जिम्मेदारी नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण या स्मृति ईरानी को सौंपी जा सकती है।

बिम्सटेक के सदस्य देशों को दिया गया न्योता

मोदी के शपथ ग्रहण में बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकनॉमिक कोऑपरेशन) के सदस्य देशों को आमंत्रित किया गया है। बिम्सटेक देशों में नेपाल, भूटान, मॉरिशस के प्रधानमंत्री, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार के राष्ट्रपति, थाईलैंड, किर्गिस्तान के प्रमुख शामिल होंगे। इन मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। पिछली बार सार्क देशों के प्रमुख शामिल हुए थे, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल था। इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री काे नहीं बुलाया गया है।

सोनिया, राहुल और आजाद भी समारोह में पहुंचेंगे

शपथ ग्रहण में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद भी शामिल होंगे। हालांकि, कांग्रेस शासित प्रदेशों का कोई भी मुख्यमंत्री इसमें नहीं पहुंच रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी समारोह में जाने से इनकार कर दिया है।

इस बार शपथ ग्रहण में 8000 मेहमान

मोदी के शपथ ग्रहण में इस बार देश-विदेश के करीब 8000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। इस बार यह संख्या सबसे अधिक है। इससे पहले प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण में 3500 से 5000 तक मेहमान हिस्सा लेते रहे हैं।

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