बेंगलुरु: मानव मिशन के लिए वायुसेना ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ समझौता किया है। वायुसेना की ओर से बुधवार शाम ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई। मिशन गगनयान के तहत इसरो 2021-22 तक तीन भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजेगा। इसरो और वायुसेना इन तीनों अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करेंगे और उन्हें ट्रेनिंग देंगे।
इसरो प्रमुख के सिवन की मौजूदगी में वायुसेना के एवीएम आरजीके कपूर और गगनयान मिशन के डायरेक्टर आर हट्टन ने मंगलवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए। सिवन ने कहा कि मिशन गगनयान के तहत सबसे पहले 2022 में जीएसएलवी मार्क-III के जरिए दो मानवरहित यान भेजे जाएंगे। इसके बाद तीन भारतीयों को अंतरिक्ष में सात दिन के लिए भेजा जाएगा। यह मिशन सफल रहा तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन अंतरिक्ष में मानवयान भेज चुके हैं।
On 28 May 19 #IAF signed MoU with ISRO for crew selection & training for the prestigious #Gaganyaan Programme. AVM RGK Kapoor, ACAS Ops (Space), IAF handed over the MoU to Shri R Hutton, Project Director of Gaganyaan Programme. pic.twitter.com/LBJ6YxH6io
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 29, 2019
मोदी कैबिनेट ने 10 हजार करोड़ रु. की मंजूरी दी थी
मोदी सरकार ने 28 दिसंबर, 2018 को देश के पहले मानव स्पेस फ्लाइट प्रोग्राम (मिशन गगनयान) को मंजूरी दी थी। कैबिनेट बैठक में इसके लिए 10 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। मिशन को पूरा करने में 9023 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।